दिल्लीः ट्विटर ने केंद्रीय सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद का अकाउंट शुक्रवार को एक घंटे के लिए ब्लॉक कर दिया। ट्विटर ने इसके लिए डीएमसीए (DMCA) यानी डिजिटल मिलेनियम कॉपीराइट एक्ट का हवाला दिया। अब आइए आपको बताते हैं कि ट्विटर ने प्रसाद के खिलाफ यह कार्रवाई क्यों की।
दरअसल, प्रसाद ने सोशल मीडिया गाइडलाइंस और इसके पालन को लेकर न्यूज चैनल्स को इंटरव्यू दिए थे। उन्होंने 23 और 24 जून को इन इंटरव्यू की क्लिपिंग्स अपने ट्विटर अकाउंट पर शेयर की थी, जिसे ट्विटर ने अमेरिकी कॉपीराइट एक्ट का उल्लंघन माना है।
ट्विटर ने प्रसाद का अकाउंट ब्लॉक करते हुए एक पोस्ट की थी, जिसमें ट्विटर ने लिखा था कि आपका अकाउंट ब्लॉक किया जा रहा है, क्योंकि आपके अकाउंट से हुई पोस्ट को लेकर हमें डीएमसीए के तहत एक शिकायत मिली है। डीएमसीए के तहत कॉपीराइट रखने वाला ट्विटर के सामने ये दावा सकता है कि कोई यूजर उसके कंटेंट के कॉपीराइट का उल्लंघन कर रहा है। ट्विटर रिपीट कॉपीराइट पॉलिसी मेंटेन करता है। इसके तहत कॉपी राइट एक्ट का बार-बार उल्लंघन करने पर यूजर का अकाउंट सस्पेंड भी किया जा सकता है। यदि डीएमसीए का बार-बार उल्लंघन किया जाता है तो आपका अकाउंट भी सस्पेंड किया जा सकता है। अपना अकाउंट दोबारा इस्तेमाल करने के लिए आपको ट्विटर की कॉपीराइट पॉलिसी का रिव्यू करना होगा।
अब आपको बताने जा रहे हैं कि ट्विटर ने प्रसाद के किस ट्वीट पर कार्रवाई की है। दरअसल प्रसाद ने 23 और 24 जून को 3 न्यूज चैनलों पर दिए अपने इंटरव्यू की क्लिपिंग्स ट्विटर हैंडल पर पोस्ट की थीं। इसमें उन्होंने देश में लागू किए गए आईटी (IT) कानूनों पर बात की थीं। इन कानूनों के तहत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को कुछ गाइडलाइंस लागू करने को कहा गया था।
प्रसाद ने एक साक्षात्कार में कहा था कि भारत में यूजर्स ट्विटर और वॉट्सऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन यदि कोई पोस्ट या मैसेज देश में सांप्रदायिक सौहार्द्र का माहौल या कानून-व्यवस्था को बिगाड़ता है, तो इन प्लेटफॉर्म्स को ये बताना ही होगा कि ऐसे मैसेज को भारत में सबसे पहले किसने पोस्ट किया।
आपको बता दें कि भारत सरकार ने नए आईटी (IT) नियमों का पालन नहीं करने की वजह से ट्विटर से देश में इंटरमीडियरी प्लेटफॉर्म का दर्जा वापस ले लिया था। यानी अब ट्विटर अपने प्लेटफॉर्म पर किए गए पोस्ट के लिए जिम्मेदार होगा।