नई दिल्ली.
भारत में अभी भी 4जी टेक्नोलॉजी से ही काम चल रहा है और हाल ही में 5जी की टेस्टिंग शुरू हुई है और उधर अमेरिका में 6जी तकनीक पर काम शुरू हो गया है। एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स ने जानकारी दी है कि उनकी कंपनी का एक वरिष्ठ शोधकर्ता 6जी टेक्नोलॉजी के विकास के लिए उत्तर अमेरिकी मोबाइल टेक्नोलॉजी गठबंधन में एक कार्यकारी समूह का नेतृत्व करेगा।
कंपनी ने कहा कि एलजी के एक प्रमुख शोधकर्ता ली की-डोंग को इस महीने की शुरुआत में नेक्स्ट जी एलायंस में एप्लिकेशन वर्किंग ग्रुप का अध्यक्ष चुना गया है। उन्हें कार्य समूह का नेतृत्व करने के लिए दो साल का कार्यकाल दिया गया है, जो 6जी से संबंधित एप्लिकेशन की जरूरतों को पूरा करेगा। आपको बता दें कि 6जी टेक्नोलॉजी 5जी की तुलना में तेज स्पीड से डेटा ट्रांसफर करेगा और यह कम विलंबता के साथ उच्च विश्वसनीयता प्रदान करेगा।
नेक्सट जी एलायंस को अमेरिका स्थित एलायंस फॉर टेलीकम्युनिकेशंस इंडस्ट्री सॉल्यूशंस ने पिछले अक्टूबर में 6 जी में मोबाइल टेक्नोलॉजी लीडरशिप को मजबूत करने के लिए लॉन्च किया था। इसके सदस्यों के रूप में दूरसंचार, सॉफ्टवेयर और सेमीकंडक्टर सेक्टर की 48 कंपनियों के साथ कुल छह कार्य समूह इस पर काम कर रहे हैं। 2025 से इसके मानकीकरण के लिए बातचीत शुरू हो जाएगी।
नेक्स्ट जनरेशन का दूरसंचार नेटवर्क यानी 6जी, एंबिएंट इंटरनेट ऑफ एवरीथिंग के कॉन्सेप्ट को साकार कर सकता है, जो यूजर्स को बेहतर कनेक्टेड अनुभव प्रदान करता है। आपको बता दें कि भारत में फिलहाल 5जी के टेस्टिंग शुरु हुई है। रिलायंस जियो, एयरटेल और वोडाफोन-आइडिया समेत कई कंपनियां इस पर तेजी से काम कर रही हैं। उम्मीद है कि भारत के कुछ शहरों में इसकी सर्विसेज जल्द ही शुरू हो सकती है।