Deprecated: The PSR-0 `Requests_...` class names in the Requests library are deprecated. Switch to the PSR-4 `WpOrg\Requests\...` class names at your earliest convenience. in /home1/prakhndx/public_html/wp-includes/class-requests.php on line 24
भूमि घोटाले में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट फिर दी सफाई, आरोपों का बताया निराधार,भक्तों से दुष्प्रचार पर विश्वास न करने की अपील - Prakhar Prahari
Subscribe for notification

भूमि घोटाले में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट फिर दी सफाई, आरोपों का बताया निराधार,भक्तों से दुष्प्रचार पर विश्वास न करने की अपील

अयोध्याः यूपी के अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण के लिए खरीदी गई भूमि में घोटाले आरोपों पर हंगामा थमने नाम नहीं ले रहा है। विपक्षी दल श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के जमीन की खरीद में घोटाले की जांच और कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, जबकि श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने एक बार फिर आरोपों को निराधार बताया है। इस सिलसिले में ट्रस्ट की ओर से एक बार फिर से बयान जारी किया गया है, जिसमें सिलसिलेवार तरीके से जवाब दिया गया है।

ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने राम भक्तों से किसी भी बात पर विश्वास न करने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि आरोप लगाने से पहले तीर्थ क्षेत्र के किसी भी पदाधिकारी से तथ्यों की जानकारी नहीं ली है। इन आरोपों से समाज में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हुई है। समस्त श्री राम भक्तों से निवेदन है कि वे ऐसे किसी दुष्प्रचार में विश्वास न करें।

ट्रस्ट की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि बाग बिजेसी में जिस जमीन को लेकर विवाद हो रहा है वह प्राइम लोकेशन है। भविष्य में यहां से चार लेने की सड़क मंदिर की ओर निकलेगी। यह जमीन 1.2080 हेक्टेयर है और इसे 1423 रुपये पर स्कॉयर फीट पर खरीदा गया है जो अयोध्या में इस इलाके के जमीन की वास्तविक दरों से बहुत कम है। ट्रस्ट ने सिलसिलेवार तरीके से दिया है जवाबः-

  • जमीन के लिए 2011 से कई बार अग्रीमेंट किए गए। अलग-अलग लोगों ने ये अग्रीमेंट किए, लेकिन ये अग्रीमेंट पूरे नहीं हुए।
  • जमीन को न्यास खरीदने का इच्छुक था, लेकिन पहले चाहता था कि पूर्व में किए गए सारे अग्रीमेंट और मालिकाना हक स्पष्ट हो।
  • इस जमीन में व्यक्तिगत तौर पर करीब नौ लोग शामिल थे, जिन्होंने बीते 10 सालों में अग्रीमेंट किया, जिनमें तीन मुसलमान थे।
  • जमीन को लेकर प्रत्येक व्यक्ति से निजी तौर पर संपर्क किया गया। उनसे मोलभाव किया गया और उनकी सहमति ली गई। इसके बाद न्यास ने अंतिम अग्रीमेंट मालिकों से किया।
  • यह बहुत जल्दी किया गया, लेकिन पूरी पारदर्शिता बरती गई।
  • तीर्थ क्षेत्र का प्रथम दिवस से ही निर्णय रहा है कि सभी भुगतान बैंक से सीधे खाते में ही किए जाएंगे। संबंधित भूमि की खरीद प्रक्रिया में भी इसी निर्णय का पालन हुआ है।
  • सरकार द्वारा लगाए गए सभी कर का भुगतान किया गया।

 

Shobha Ojha

Recent Posts

21 से 24 नवंबर तक भाग्यनगर में लोकमंथन का आयोजन, राष्ट्रपति मुर्मू 22 को करेंगी उद्घाटन

संवाददाताः संतोष कुमार दुबे दिल्लीः भाग्यनगर के नाम से प्रसिद्ध तेलंगाना के हैदराबाद में 21 नवंबर से वैश्विक सांस्कृतिक महोत्सव…

12 hours ago

खालिस्तानी पन्नू की हत्या की साजिश का आरोपी विकास ने बताया जान को खतरा, अदालत से लगाई पेशी से छूट देने की गुजारिश

दिल्लीः खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश में आरोपी विकास यादव ने अपनी जान को खतरा बताया…

2 days ago

शोध पर लालफीताशाही भारी, आजकल सारा उद्देश्य पेट भरने का, चार प्रतिशत जनसंख्या वालों को 80 प्रतिशत संसाधन चाहिएः डॉ. भागवत

संवाददाताः संतोष कुमार दुबे गुरुग्रामः राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा है कि  आज कर…

4 days ago

PoK में नहीं होगा चैंपियंस ट्रॉफी का टूर, ICC ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को मना किया

स्पोर्ट्स डेस्क8 ICC यानी इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने पीओके यानी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में चैंपियंस ट्रॉफी का टूर…

5 days ago

अब छात्र दो साल में ही पूरा कर सकेंगे ग्रेजुएशन, UGC अगले साल तक ला सकता है नई पॉलिसी; कमजोर विद्यार्थी 05 साल तक बढ़ा सकेंगे कोर्स ड्यूरेशन

दिल्लीः अब विद्यार्थी दो साल में ही ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल कर सकेंगे। UGC यानी यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन अगले अकादमिक…

5 days ago