मुंबईः 14 जून यानी सोमवार का दिन अडानी ग्रुप के लिए अच्छा नहीं रहा। दरअसल सेबी ने इस ग्रुप की कंपनियों में निवेश करने वाले तीन विदेशी निवेशकों को फर्जी मानते हुए उनकी 43,500 करोड़ रुपये फ्रीज कर दिया। इसके बाद गौतम अडाणी के समूह छह लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में 5 प्रतिशत से लेकर 22 फीसदी तक की गिरावट आई है, जिनमें सबसे ज्यादा अडाणी इंटरप्राइजेज के शेयर 22 प्रतिशत टूटे। इसके बाद यह 1,200 रुपए पर आ गया। अडाणी इंटरप्राइजेज शुक्रवार को यह 1,600 रुपए पर बंद हुआ था। कारोबार के शुरुआती घंटे में ही समूह को करीब 50,000 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ।

सेबी ने जिन तीन विदेशी निवेशकों को फर्जी माना है, उनमें अलबुला इन्वेस्टमेंट फंड, क्रेस्टा फंड और एपीएमएस (APMS) इन्वेस्टमेंट फंड शामिल हैं। ये मॉरीशस की राजधानी पोर्ट लुइस के एक ही पते पर रजिस्टर्ड हैं, लेकिन इनके पास वेबसाइट नहीं है।

एनएसडीएल (NSDL) यानी नेशनल सिक्योरिटी डिपॉजिटरी लिमिटेड के मुताबिक अडाणी की कंपनियों में इन तीनों का कुल निवेश 43,500 करोड़ रहा है। ये अकाउंट इसलिए फ्रीज हुए क्योंकि इनके बारे में सेबी के पास जानकारी नहीं है। साथ ही इन पैसों का मालिक कौन है, यह भी पता नहीं है। इसलिए मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत इन पर कार्रवाई की गई है।

एनएसडीएल के अनुसार इन निवेशकों की अडाणी इंटरप्राइजेज में हिस्सेदारी 6.82 फीसदी है। इसका मूल्य 12,008 करोड़ रुपए है। अडाणी ट्रांसमिशन में 8.03 प्रतिशत  है और इसका मूल्य 14,112 करोड़ रुपए है। अडाणी टोटल गैस में 5.92 फीसदी है और इसका मूल्य 10,578 करोड़ रुपए है,  जबकि अडाणी ग्रीन एनर्जी में 3.58 प्रतिशत है। इसका मूल्य 6,861 करोड़ रुपए है।

अडाणी ग्रुप की जिन कंपनियों के शेयरों में आज गिरावट दर्ज की गई, उनमें अडाणी ग्रीन एनर्जी का शेयर 5 प्रतिशत, अडाणी टोटल गैस और अडाणी ट्रांसमिशन का शेयर 5-5 फीसदी, अडाणी पावर का शेयर 4.96 प्रतिशत और अडाणी पोर्ट का शेयर 15 फीसदी लुढका।

आपको बता दें कि सेबी ने साल 2019 में मनी लॉन्ड्रिंग को रोकने के लिए विदेशी निवेशकों के केवाईसी को 2020 तक पूरा करने का आदेश दिया था।  इसमें फेल होने पर उनके डीमैट अकाउंट को फ्रीज किए जाने का नियम था। इसी आधार पर इन तीनों के अकाउंट को फ्रीज किया गया है। बताया जा रहा है कि सेबी ने अडाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में कीमतों में जुगाड़ पर भी जांच शुरू कर दी है, क्योंकि एक साल में इन कंपनियों ने काफी ज्यादा फायदा दिया है।

 

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here