मुंबई.
टेलीविजन अभिनेत्री अविका गौर का कहना है कि समय के साथ सौंदर्य क्रीमों ने जो स्थिति बनाई है, कि गोरेपन का मतलब सुंदरता है, पर वह इससे सहमत नहीं हैं। अविका ने अपनी पहचान ‘बालिका वधू’, ‘ससुराल सिमर का’ और ‘खतरों के खिलाड़ी’ जैसे शो से बनाई है। उसने तीन फेयरनेस क्रीम ब्रांडों की डील को स्वीकार नहीं किया। वह कहती हैं कि समाज किसी एक रंग की मूर्ति नहीं बना सकता।
अविका ने कहा, “सौंदर्य क्रीमों ने समय के साथ जो स्थिति बनाई है, उससे लगता है कि गोरापन सुंदरता और सफलता के बराबर है और यह हमें आत्मविश्वास देता है। हालांकि, यह बिल्कुल भी सच नहीं है। हमारा आत्मविश्वास हमारे काम की नैतिकता और ज्ञान से आता है। हम एक समाज के रूप में एक रंग की मूर्ति नहीं बना सकते हैं। इस प्रवृत्ति में कुछ बदलाव होना चाहिए। मैं धन्य हूं कि मुझे पैसे न मिलने की चिंता नहीं करनी है। ऐसी चीजें समाज पर बुरा प्रभाव डालती है। इसलिए, मैंने उन ऐड्स में काम करने से मना कर दिया।” अविका हाल में ही सॉन्ग वीडियो “दिल को मेरे” में नजर आई, जो 17 मई को रिलीज हुआ है।
हाल ही में अविका का परिवार भी कोरोना वायरस का शिकार हो चुका है। ये बात अविका ने अपने सोशल मीडिया के जरिए साझा की थी। अविका ने लंबा-चौड़ा मैसेज भी लिखा , जिसमें उन्होंने अपने परिवार के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की बात कही। साथ ही उन्होंने फैंस से इस वायरस से जूझ रहे लोगों की मदद करने की भी अपील की है। साथ ही अविका गोर ने प्लाज्मा डोनेट करते रहने की बात पर भी ज़ोर दिया है।