यूपी के आगरा स्थित पारस अस्पताल में 22 मरीजों की मौत का मामला तूल पकड़ने लगा है। आरोप है कि इस अस्पताल में पांच मिनट के मॉकड्रिल में 22 मरीजों की मौत हुई है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को इस मुद्दे पर यूपी की योगी सरकार पर निशाना साधा।

राहुल ने आज ट्वीट कर कहा, “भाजपा शासन में ऑक्सीजन और मानवता दोनों की भारी कमी है। इस खतरनाक अपराध के जिम्मेदार सभी लोगों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए। दुख की इस घड़ी में मृतकों के परिवारजनों को मेरी संवेदनाएं।“

वहीं प्रियंका गांधी ने ट्विटर पर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो को पोस्ट किया है, जिसमें पारस अस्पताल के मालिक डॉक्टर अरिंजय जैन यह कह रहा है कि पांच मिनट के लिए ऑक्सीजन की आपूर्ति बंद कर दी गई और 22 मरीजों की मौत हो गई। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की कुछ बड़ी बातों का उल्लेख करते हुए ट्वीट किया, “पीएम कहते हैं कि मैंने ऑक्सीजन की कमी नहीं होने दी। सीएम कहते हैं कि ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं। कमी की अफवाह फैलाने वालों की संपत्ति जब्त होगी। मंत्री ने कहा, मरीजों को जरूरत भर ऑक्सीजन दें। ज्यादा ऑक्सीजन न दें। आगरा अस्पताल में ऑक्सीजन खत्म थी। 22 मरीजों की ऑक्सीजन बंद करके मॉक ड्रिल की। जिम्मेदार कौन?”

उधर, यूपी के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहा है कि पारस अस्पताल में ऑक्सीजन उपलब्ध कराने में समस्या की शिकायत मिली है। जांच की जा रही है और जांच पूरी होने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

आइए आपको बतातें हैं कि क्या था अस्पताल का मॉक ड्रिल?
दरअसर आगरा के पारस हॉस्पिटल के मालिक अरिंजय जैन के सोमवार को चार  वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुए हैं, जिसमें जिसमें वह कबूल कर रहा है कि मरीजों की छंटनी के लिए 26 अप्रैल को सुबह सात बजे मॉक ड्रिल की गई थी। इसके तहत कोरोना संक्रमित मरीजों की ऑक्सीजन सप्लाई रोक दी गई। इस दौरान 22 मरीजों ने पांच मिनट में ही दम तोड़ दिया था। उस समय अस्पताल में 96 मरीज भर्ती थे। डॉ. जैन लोगों से बात करते समय कह रहे हैं कि खुद मुख्यमंत्री भी ऑक्सीजन का इंतजाम नहीं कर सकता। हालांकि, मंगलवार को प्रशासन ने पारस अस्पताल को सीज कर दिया है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here