rahul gandhi
File Picture

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को संबोधित किया। राष्ट्र के नाम संबोधन में मोदी आज दो अहम घोषणाएं की। पहली यह की अब 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को केंद्र सरकार मुफ्त में कोरोना की वैक्सीन उपलब्ध कराएगी। यानी अब राज्य सरकार को वैक्सीन के लिए पैसे नहीं देने पड़ेंगे। दूसरी यह की देश के 80 करोड़ लोगों को नवंबर तक मुफ्त में राशन मिलेगा। पीएम मोदी की इन घोषणाओं के बाद विपक्ष सक्रिय हो गया और इसका पूरा श्रेय केंद्र सरकार की झोली में न जाए, इसे रोकने की कोशिश में जुट गया है।

भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने पीएम मोदी की घोषणाओँ पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया, “पीएम को ‘दूरदर्शी’ राहुल गांधी की सलाह मानने में एक महीने से ज्‍यादा समय लग गया।“  उन्‍होंने अपने ट्वीट के साथ राहुल गांधी का 29 अप्रैल 2021 का ट्वीट शोयर किया है, जिसमें राहुल ने गांधी ने सभी को मुफ्त वैक्‍सीन देने की बात कही है। श्रीनिवास ने उनकी इस बात को हाईलाइट भी किया है।

वहीं, कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि केंद्र सरकार ने यह फैसला दबाव में लिया है। उन्‍होंने कहा कि जब राज्य सरकारों ने केंद्र पर दबाव डालकर मुफ्त में वैक्सीन देने की बात कही और सुप्रीम कोर्ट ने दखल दिया, तो प्रधानमंत्री को सभी लोगों के लिए वैक्सीन मुफ्त करने का फैसला करना पड़ा।

उधर, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सभी नागरिकों के टीकाकरण के लिए राज्यों को मुफ्त वैक्‍सीन मुहैया कराने की मोदी की घोषणा पर सवाल उठाया है। उन्‍होंने कहा कि यदि  टीके सभी के लिए मुफ्त हैं तो फिर निजी अस्पतालों को पैसा क्यों लेना चाहिए। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “एक साधारण सवाल: अगर टीके सभी के लिए मुफ्त हैं तो फिर निजी अस्पतालों को पैसे क्यों लेने चाहिए।“

वहीं कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पूर्व की सरकारों का अपमान करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि पीएम ने देश में पहले के टीकाकरण के कार्यक्रमों के बारे में टिप्पणी करके अतीत की चुनी हुई सरकारों और वैज्ञानिकों का अपमान किया है।

उन्होंने कहा, “मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने पिछले कई महीनों में बार- बार यह मांग रखी कि 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को मुफ्त टीका लगना चाहिए, लेकिन मोदी सरकार ने इससे इनकार कर दिया। फिर सुप्रीम कोर्ट ने मोदी जी और उनकी सरकार को कटघरे में खड़ा किया।“

उन्होंने कहा, “फिलहाल खुशी है कि हर नागरिक को मुफ्त टीका मुहैया कराने की मांग सरकार ने आंशिक रूप से मान ली है। प्रधानमंत्री आज भी अपने मुंह मियां मिट्ठू बने। देर आए, लेकिन पूरी तरह दुरुस्त नहीं आए।“

उन्होंने सवाल उठाया कि छह महीने में टीकाकरण की तीन बार नीतियां बदलकर लाखों लोगों के जीवन को खतरे में डालने के लिए मोदी जी को जिम्मेदार क्यों नहीं ठहराया जाए?

वहीं बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने सुरजेवाला पर पलटवार करते हुए कहा कि वैक्सीन सभी के लिए मुफ्त हो गई है। रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि वैक्सीन लोगों को मुफ्त में नहीं मिलेगी। वे भ्रम फैला रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस का मकसद झूठ और भ्रम की राजनीति करना है। उनकी राजनीति की दुकान बंद हो रही है। यह समय राजनीति करने का नहीं भारत के साथ खड़े होने का है।

दिल्‍ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पीएम की घोषणा के बाद सुप्रीम कोर्ट के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि हम माननीय सुप्रीम कोर्ट का आभार व्यक्त करते हैं कि उनके दखल के बाद देशभर में हर उम्र हर वर्ग के लोगों को मुफ्त वैक्सीन उपलब्ध होगी। केंद्र सरकार चाहती तो यह बहुत पहले कर सकती थी। लेकिन, केंद्र की नीतियों के चलते न राज्य वैक्सीन खरीद पा रहे थे और न केंद्र सरकार दे रही थी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here