Deprecated: The PSR-0 `Requests_...` class names in the Requests library are deprecated. Switch to the PSR-4 `WpOrg\Requests\...` class names at your earliest convenience. in /home1/prakhndx/public_html/wp-includes/class-requests.php on line 24
नेहा कक्कड़, हिमेश रेशमिया और विशाल ददलानी पर सुनिधि ने साधा निशाना - Prakhar Prahari
Subscribe for notification
Categories: मनोरंजन

नेहा कक्कड़, हिमेश रेशमिया और विशाल ददलानी पर सुनिधि ने साधा निशाना

मुंबई.
मशहूर सिंगर सुनिधि चौहान ने इंडियन आइडल से जुड़े विवादों को हवा दे दी है। उन्होंने बताया कि दर्शकों को बांधे रखने के लिए जबरदस्ती तारीफ करवाते हैं निर्माता। ऐसा नहीं है कि सबकी तारीफ करने के लिए कहा जाता है, लेकिन तारीफ करने के लिए जरूर कहा जाता है। मैं इसी वजह से शो से अलग हो गई थी। ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि दर्शकों का ध्यान आकर्षित किया जा सके। दर्शकों को बांधे रखने के लिए ऐसा करना जरूरी है। सुनिधि पहले किशोर कुमार के बेटे अमित कुमार ने चौंकाने वाला खुलासा किया था। इसके बाद इस शो के सीजन वन के विजेता अभिजीत सावंत का बयान चर्चा में रहा।

बता दें कि सुनिधि ‘इंडियन आइडल’ के पांचवें और छठे सीजन को जज कर चुकी हैं।सुनिधि ने कहा, “मैं तब सच बोल सकती थी। आज भी मैं वही कहना चाहूंगी, जौ मैं सच में महसूस करती हूं। यह उन पर निर्भर करता है कि वे मुझे रखना चाहते हैं या नहीं। दर्शक सब समझते हैं। हर प्रतियोगी एक टेक में नहीं गाता। कुछ के गानों में रिकॉर्डिंग के समय में कभी-कभार खराबी आ जाती है, जिसे बाद में शो के टेलिकास्ट से पहले ठीक कर लिया जाता है।

हमने नेहा कक्कड़, हिमेश रेशमिया और विशाल ददलानी को कभी प्रतियोगियों को सही करते हुए नहीं सुना। उन्हें सकारात्मक आलोचना के साथ जज करना तो छोड़ ही दीजिए। हमें अमित कुमार के उस इंटरव्यू को नहीं भूलना चाहिए, जिसमें उन्होने खुले तौर पर कहा था, कैमरों पर जाने से पहले उन्हें निर्देश दिया गया था कि हर प्रतियोगी की तारीफ करनी है। लगता है जैसे मेकर्स सिर्फ शो को आगे बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। किशोर कुमार के बेटे अमित कुमार इस एसिपोड में बतौर मेहमान पहुंचे थे।

पिछले दिनों सिंगर अभिजीत सावंत ने भी ‘इंडियन आइडल’ की सच्चाई बताई थी। उन्होंने कहा था, “हिंदी रियलिटी शोज में प्रतिभागियों की दुखभरी कहानियों और लाचारी को ज्यादा सुनाया जाता है। आइडल’ में निर्माता किसी प्रतियोगी के टैलेंट से ज्यादा इस बात पर ध्यान देते हैं कि वह कितना गरीब है। जबरदस्ती प्रेम कहानियां बनाई जाती हैं।

Delhi Desk

Recent Posts

21 से 24 नवंबर तक भाग्यनगर में लोकमंथन का आयोजन, राष्ट्रपति मुर्मू 22 को करेंगी उद्घाटन

संवाददाताः संतोष कुमार दुबे दिल्लीः भाग्यनगर के नाम से प्रसिद्ध तेलंगाना के हैदराबाद में 21 नवंबर से वैश्विक सांस्कृतिक महोत्सव…

14 hours ago

खालिस्तानी पन्नू की हत्या की साजिश का आरोपी विकास ने बताया जान को खतरा, अदालत से लगाई पेशी से छूट देने की गुजारिश

दिल्लीः खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश में आरोपी विकास यादव ने अपनी जान को खतरा बताया…

3 days ago

शोध पर लालफीताशाही भारी, आजकल सारा उद्देश्य पेट भरने का, चार प्रतिशत जनसंख्या वालों को 80 प्रतिशत संसाधन चाहिएः डॉ. भागवत

संवाददाताः संतोष कुमार दुबे गुरुग्रामः राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने कहा है कि  आज कर…

4 days ago

PoK में नहीं होगा चैंपियंस ट्रॉफी का टूर, ICC ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को मना किया

स्पोर्ट्स डेस्क8 ICC यानी इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने पीओके यानी पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में चैंपियंस ट्रॉफी का टूर…

5 days ago

अब छात्र दो साल में ही पूरा कर सकेंगे ग्रेजुएशन, UGC अगले साल तक ला सकता है नई पॉलिसी; कमजोर विद्यार्थी 05 साल तक बढ़ा सकेंगे कोर्स ड्यूरेशन

दिल्लीः अब विद्यार्थी दो साल में ही ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल कर सकेंगे। UGC यानी यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन अगले अकादमिक…

5 days ago