नई दिल्ली.
टेक कंपनी फिटबिट अपनी स्मार्टवॉचेस के लिए नया नॉइस डिटेक्शन फीचर टेस्ट कर रही है, जिसकी मदद से यूजर्स को नींद के दौरान खर्राटे कम करने में मदद मिलेगी।
पब्लिकेशन की ओर से नए फीचर के कुछ स्क्रीनशॉट्स भी शेयर किए गए हैं, जिनमें दिख रहा है कि नया फीचर दरअसल कैसे काम करेगा। यह फीचर डिटेक्ट कर लेगा कि यूजर सो चुका है और इसके बाद खर्राटों की आवाज या एंबिएंट नॉइस सुनेगा। यह फीचर साथ सो रहे व्यक्ति के खर्राटे भी डिटेक्ट कर लेता है, ऐसे में अगर आपका पार्टनर भी खर्राटे लेता है तो मिलने वाले रिजल्ट्स अलग-अलग हो सकते हैं।
नया फीचर फिटबिट डिवाइस में दिए गए माइक्रोफोन का इस्तेमाल कर आसपास हो रहीं आवाजों को मॉनीटर करेगा और अगली सुबह यूजर को रिजल्ट्स दिखाएगा। कंपनी की वेबसाइट पर बताया गया है कि इस तरह यूजर्स को उनकी स्लीप क्वॉलिटी पता लगाने में मदद मिलेगी। फिलहाल नया फीचर ज्यादा यूजर्स को नहीं मिल रहा है और फिटबिट ऐप के 3.42 वर्जन में दिखा है।
नया फीचर काम करने के लिए ढेर सारी बैटरी पावर इस्तेमाल करेगा। कंपनी ने कहा है कि नया स्लीप सिस्टम इस्तेमाल करने से पहले फिटनेस ट्रैकर कम से कम 40 प्रतिशत चार्ज होना चाहिए। साथ ही यह फीचर सोते वक्त यूजर्स के कमरे में आने वाले शोर और एंबिएंट नॉइस के बारे में भी उन्हें जानकारी देगा।
फिटबिट तीन लेवल पर डाटा शेयर करेगा-
-पहले ‘नन टू माइल्ड’ लेवल का मतलब है कि यूजर सोने के दौरान 10 प्रतिशत से कम हिस्से में खर्राटे ले रहा था।
-दूसरे ‘मॉडरेट’ लेवल का मतलब है कि नींद के 10 से 40 प्रतिशत हिस्से तक खर्राटे लिए गए।
-तीसरे ‘फ्रीक्वेंट’ लेवल का मतलब कुल स्लीप टाइम के 40 प्रतिशत से ज्यादा हिस्से में खर्राटे लेना है।