भारत को झटका, मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण पर रोक

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नई दिल्ली.
पंजाब नेशनल बैंक घोटाला मामले में भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण पर डोमिनिकाई कोर्ट ने रोक लगा दी है। वहां के कार्यवाहक पुलिस प्रमुख ने बताया कि मेहुल चोकसी को भारत नहीं, बल्कि एंटीगुआ वापस भेजा जाएगा। ऐसा बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका के चलते होगा। बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका बंदी या हिरासत में लिए जाने के खिलाफ नागरिकों के पास एक हथिहार है, जो नागरिकों को अपने हितों की रक्षा का लिए कोर्ट में जज के पास जाने का शक्ति प्रदान करता है। हालांकि, उसे यह साबित करना होगा कि उसने कोई गैर-कानूनी काम नहीं किया है। चोकसी डोमिनिका पुलिस की कस्टडी में है और उससे पूछताछ की जा रही है।

चोकसी के डोमिनिकाई वकील वेन मार्शे ने कहा कि मैंने पाया कि उसे (मेहुल चोकसी) बुरी तरह पीटा गया था, उसकी आंखें सूजी हुई थीं और उसके शरीर पर कई जले हुए निशान थे। उसने मुझे बताया कि एंटीगुआ के जॉली हार्बर में उसका अपहरण कर लिया गया था और उन लोगों द्वारा डोमिनिका लाया गया था जिन्हें वह भारतीय मान रहा था। एंटीगुआ पुलिस का मानना है कि उसे किडनैप कर एक जहाज पर ले जाया गया था, जो लगभग 60-70 फीट लंबा था।

डोमिनिका में चोकसी की कानूनी टीम मौजूद है। गिरफ्तार के बाद इस टीम ने उस तक पहुंचने की कोशिश की लेकिन उसे इजाजत नहीं दी गई। इसके बाद चोकसी के वकीलों ने कोर्ट में अर्जी दाखिल की। वकीलों ने गिफ्तार चोकसी को किसी जज या कोर्ट के समक्ष पेश करने के लिए अर्जी दाखिल की है। पीएनबी घोटाले में आरोपी के वकील अग्रवार ने गुरुवार को चोकसी के एंटीगुआ से फरार होने और उसके डोमिनिका में गिरफ्तार होने पर सवाल उठाए।

भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी के मामले ने कैरेबियाई द्वीपीय देशों की सरकारों के लिए असहज स्थिति उत्पन्न कर दी है। एंटीगुआ और बारबुडा ने अपने पड़ोसी देश डोमिनिका को चोकसी को सीधे भारत भेजने को कहा है, वहीं डोमिनिका उसे एंटीगुआ भेजने पर विचार कर रहा है। चोकसी पंजाब नेशनल बैंक से 13,500 करोड़ रुपये की कर्ज धोखाधड़ी मामले में वांछित है। रविवार को एंटीगुआ और बारबुडा से वह रहस्यमयी परिस्थितियों में लापता हो गया। बाद में उसे अवैध तौर पर प्रवेश करने के लिए डोमिनिका में ‘हिरासत’में लिया गया।

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