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14,500 करोड़ रुपए के पीएनबी (PNB) यानी पंजाब नेशनल बैंक घोटाले का आरोपी एवं भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चौकसी डोमिनिका में गिरफ्तार हुआ है। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार 62 वर्षीय चौकसी डोमिनिका से क्यूबा भागने की फिराक में था। वह एंटीगुआ और बारबुडा से बोट के जरिए डोमिनिका पहुंचा था।

आपको बता दें कि चौकसी तीन दिन पहले एंटीगुआ से लापता हो गया था। इसके बाद इंटरपोल ने उसके खिलाफ यलो नोटिस जारी किया था। इसके बाद उसकी तलाश तेज कर दी गई। स्थानीय मीडिया के मुताबिक चौकसी को मंगलवार रात पकड़ा गया।

उधर, एंटीगुआ के प्रधानमंत्री गेस्टन ब्राउनी ने कहा है कि हमने डोमिनिका सरकार से उसे (मेहुल चौकसी) को हिरासत में लेने को कहा है। वह गैरकानूनी तौर पर उस देश में दाखिल हुआ है। उसे सीधे भारत के हवाले करना चाहिए। हालांकि, डोमिनिका सरकार ने चौकसी को एंटीगुआ सरकार को सौंपने का निर्णय लिया है। इसके बाद एंटीगुआ के पीएम ने कहा कि चौकसी को अब हम उसे सीधे भारत को सौंपेंगे।

पीएनबी घोटाले का आरोपी चौकसी जनवरी 2018 में भारत छोड़कर विदेश भाग गया था। बाद में पता चला कि वह 2017 में ही एंटीगुआ-बारबुडा की नागरिकता ले चुका था। सीबीआई (CBI) यानी केंद्रीय जांच ब्यूरो और ईडी (ED) यानी प्रवर्तन निदेशालय  जैसी एजेंसिया चौकसी के प्रत्यर्पण की कोशिश में जुटी हैं। अब आइए आपको बताते हैं कि मेहुल चौकसी कौन है और क्या हैं उसके गुनाहः-

चौकसी का 5 मई 1959 को मुंबई में हुआ था। उसने गुजरात के पालनपुर से हीरों की दुनिया में कदम रखा और फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। चौकसी पीएनबी घोटाले के मास्टरमाइंड नीरव मोदी के मामा हैं। वह गहनों का बड़ा कारोबारी हैं और ज्वैलरी की दुनिया में उसका बड़ा नाम हैं। उसकी कंपनी गीतांजलि का सालाना टर्नओवर करीब 13 हजार करोड़ रुपये का है। गीतांजलि का कारोबार भारत सहित दुनियाभर के कई देशों में भी फैला है। गीतांजलि दुनियाभर में हीरों का निर्यात करती है।

मेहुल के पिता ने 1966 में सूरत में गीतांजलि कंपनी की स्थापना की थी। वह जाने-माने कारोबारी थे और उन्होंने हीरों की कटिंग और पॉलिशिंग के लिए यह कंपनी स्थापना की थी। इस कंपनी का नाम, मेहुल की दो बहनों गीता और अंजलि के नाम को मिलाकर रखा गया था। मेहुल चौकसी ने मात्र 26 साल की उम्र में कंपनी की बागडोर अपने हाथ में ली। फिर शुरू हुआ नाम और शोहरत का खेल।

गीतांजली समूह ने 2001 से 2005 के बीच नक्षत्र, अस्मी, डीडमॉस और संगनी ब्रांड नाम से बाजार में कदम रखे। 2006 से 2016 के बीच चौकसी ने अमेरिका में रिटेल चेन रोजर्स एंड सैमुअल, इटली की गियानती इटालिया, डीआईटी और वेलेंटा ब्रांड खरीद लिया। चौकसी ने जिस समय गीतांजलि की बागडोर संभाली थी, उस समय इसका टर्नओवर 50 करोड़ रुपये का था। आज गीतांजली कुल कारोबार दो अरब डॉलर पहुंच चुका है।

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