नई दिल्ली
शरीर में ऑक्सीजन की कमी यह संकेत देती है कि आपके फेफड़े ठीक तरह से काम नहीं कर रहे हैं। अगर शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बहुत कम हो जाए तो ब्रेन डैमेज और हार्ट अटैक तक की स्थिति बन जाती है। कोरोना का संक्रमण फेफड़ों को डैमेज कर देता है। जिन लोगों को दमा की समस्या होती है, उनमें भी दमा का अटैक आने पर शरीर का ऑक्सीजन कम हो जाता है।
-शुगर के रोगियों में यदि ऑक्सीजन की कमी हो जाए तो उनकी शुगर अचानक बहुत अधिक बढ़ सकती है, जो कि एक जानलेवा स्थिति भी बन सकती है। शुगर बढ़ने का कारण यह है कि ब्लड ग्लूकोज़ का रूपांतरण ऊर्जा में होना रुक जाता है। इसलिए इसे गंभीरता से लें, पर डरें नहीं।
-ऑक्सीजन का स्तर अचानक से बहुत अधिक घट जाने पर शरीर में थायरॉइड हार्मोन्स का संतुलन गड़बड़ा जाता है। इस स्थिति में थायरॉइड का स्तर या तो बहुत अधिक बढ़ सकता है या बहुत अधिक घट सकता है। इससे हाइपोथायरॉइडिज़्म या हाइपरथायरॉइडिज़्म की समस्या हो सकती है।
-आमतौर पर ब्लड में 94-95 से 100 फीसदी के बीच का ऑक्सीजन का सैचुरेशन लेवल सामान्य माना जाता है। 95 फीसदी से कम ऑक्सीजन लेवल इस फेफड़ों में किसी परेशानी की ओर इशारा करता है। 93 या 90 से नीचे का ऑक्सीजन लेवल हो तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।