संवाददाता
पटनाः बिहार सरकार ने कोरोना वायरस की रोकथाम को लेकर लागू लॉकडाउन की अवधि एक जून तक बढ़ा दी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘कोरोना संक्रमण को देखते हुए पांच मई 2021 से तीन सप्ताह के लिए लॉकडाउन लगाया गया था। आज फिर से सहयोगी मंत्रीगण एवं पदाधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की गई। लॉकडाउन का अच्छा प्रभाव पड़ा है और कोरोना संक्रमण में कमी दिख रही है। अतः बिहार में 25 मई के बाद एक सप्ताह के लिए अर्थात एक जून, 2021 तक लॉकडाउन जारी रखने का निर्णय लिया गया है।’’
कोरोना संक्रमण को देखते हुए 5 मई 2021 से तीन सप्ताह के लिए लाॅकडाउन लगाया गया था। आज फिर से सहयोगी मंत्रीगण एवं पदाधिकारियों के साथ स्थिति की समीक्षा की गई। (1/2)
— Nitish Kumar (@NitishKumar) May 24, 2021
(2/2) लाॅकडाउन का अच्छा प्रभाव पड़ा है और कोरोना संक्रमण में कमी दिख रही है। अतः बिहार में 25 मई के आगे एक सप्ताह के लिए अर्थात 1 जून, 2021 तक लाॅकडाउन जारी रखने का निर्णय लिया गया है।
— Nitish Kumar (@NitishKumar) May 24, 2021
आपको बता दें कि बिहार में बढ़ते कोरोना संक्रमण के दैनिक मामलों में वृद्धि के मद्देनजर नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आपदा प्रबंधन समूह की चार मई को बैठक हुई थी, जिसमें प्रदेश में पांच मई से 15 मई तक लॉकडाउन लागू करने का निर्णय लिया गया था, लेकिन राज्य सरकार ने इसकी अवधि का विस्तार 13 मई को करके 25 मई तक कर दिया गया था।
25 मई के बाद लॉकडाउन पर बिहार सरकार द्वारा लिए गए निर्णयों के संबंध में
राज्य में रविवार को कोविड-19 के कारण 107 और लोगों की मौत हुई थी। राज्य में इस समय कोरोना 40691 सक्रिय मामले हैं यानी इतने लोगों को विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। राज्य में कोरोना से अब तक 676045 लोग प्रभावित हुए हैं जबकि 4549 लोगों की मौत हुई हैं।
राज्य सरकार ने अपने मंत्रियों से कहा है कि वे प्रतिबंध की अवधि के दौरान राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं या कोरोना महामारी की स्थिति की जानकारी लेने के लिए अपने निर्वाचन क्षेत्र अथवा प्रभार वाले जिलों अथवा अन्य किसी भी जिले में न जाएं।
इस संबंध में मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने प्रदेश के मंत्रियों के सभी आप्त सचिवों से सोमवार को एक पत्र लिखा, जिसमें उन्होंने कहा यदि मंत्री किसी प्रकार की समीक्षा की आवश्यकता महसूस करते हैं तो उन्हें वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए जानकारी दी जा सकती है।