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फेफड़े को स्वस्थ रखना आज पहली जिम्मेदारी - Prakhar Prahari
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फेफड़े को स्वस्थ रखना आज पहली जिम्मेदारी

नई दिल्ली.
कोरोनाकाल के भयावह दौर में लोग ऑक्सीजन सप्लीमेंट पाने के लिए जूझ रहे हैं, ताकि उनके और उनके अपनों की जान बच सके। ऐसे में अगर आप कोरोना वायरस से बचे हुए हैं तो, अपने फेफड़ों और श्वसन तंत्र को हेल्दी रखना बेहद ज़रूरी है। धूम्रपान न करने, व्यायाम को अपनाने और वायु प्रदूषण के जोखिम को कम करने जैसी आदतों को अपनाने के साथ-साथ आपका आहार भी इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

फेफड़ों को नुकसान पहुंचा सकते हैं ये खाद्य पदार्थ
ज्यादा नमक वाला भोजन : नमक शरीर में पानी बनाए रख सकता है और अधिक पानी सांस लेने में समस्या पैदा कर सकता है। इसलिए, नमक या नमक के विकल्प का उपयोग करने के बजाय, भोजन के स्वाद को बढ़ाने के लिए जड़ी-बूटियों और मसालों का उपयोग करें।

तला हुआ भोजन : तले हुए खाद्य पदार्थ डायाफ्राम पर धकेलने से सूजन और बेचैनी पैदा कर सकते हैं, जिससे सांस लेने में कठिनाई और असहजता होती है। समय के साथ अधिक तला हुआ भोजन वजन बढ़ाने का कारण बन सकता है, जिससे फेफड़ों पर दबाव बढ़ता है।
शराब और सोडा ड्रिंक्स : अल्कोहल आपके फेफड़ों के लिए काफी नुकसानदायक साबित हो सकता है, खासतौर से बियर। ये आपको डिहायड्रेट कर देती है और शरीर में एसिडिटी पैदा करती है। इसके साथ ही, कार्बोनेटेड ड्रिंक्स पीने से गैस और ब्लोटिंग जैसे समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जिसकी वजह से फेफड़ों में कसाव बढ़ सकता है और अस्थमा अटैक की भी संभावना हो सकती है।

आइसक्रीम : डेरी प्रोडक्ट्स आपके शरीर में बलगम पैदा कर सकते हैं, खासकर तब जब इन्हें रात में ठंडा करके खाया जाता है। दही भी इसी श्रेणी में शामिल है, जिसका रात में सेवन कभी नहीं करना चाहिए। इसलिए, कोरोना काल में आइसक्रीम का सेवन करने से बचें क्योंकि इससे खांसी-जुकाम हो सकता है।

ब्रोकोली जैसी सब्जियां : ब्रोकोली, गोभी, बंद गोभी में नाइट्रेट्स नामक एडिटिव्स होते हैं, जो लंग्स के लिए ज्यादा अच्छे नहीं होते हैं। ब्रोकोली आपके फेफड़ों के लिए अच्छी हो सकती है, क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। मगर इसकी गैस और ब्लोटिंग की प्रवृति आपको जोखिम में डाल सकती है। यूरोपीय रेस्पिरेटरी जर्नल के एक अध्ययन से पता चलता है कि नाइट्रेट्स क्रोनिक लंग डिजीज के जोखिम को बढ़ाते हैं।

Delhi Desk

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