नई दिल्ली.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 17 मई को होम आइसोलेशन वाले मरीजों की देखरेख के लिए एचआईटी कोविड ऐप (होम आइसोलेशन ट्रैकिंग एंड्रॉयड ऐप एप्लीकेशन) लांच किया था। इस मोबाइल ऐप को सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के बिहार राज्य इलेक्ट्रॉनिक विकास निगम ने स्वास्थ्य विभाग की देखरेख में विकसित किया है। बिहार का यह कोविड ऐप देश में हिट होता दिख रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के ऐप की तारीफ करते हुए देश भर में इस मॉडल को लागू कराने की बात कही है।
दरअसल, कोविड मरीजों की देखभाल और ताजा जानकारी में मिल रही विषमताओं ने इस इजाद को बल दिया। शुरू में परीक्षण के आधार पर इसे पांच जिलों में लांच किया गया था। वे जिले हैं- सुपौल, गोपालगंज, औरंगाबाद, नालंदा तथा भागलपुर। सफलता को देखते हुए इसे पूरे राज्य में शुरू किया गया है। हर जिले में एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है, जहां होम क्वारंटाइन मरीजों की बेहतर देखभाल के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है।
इस एप को स्वास्थ्यकर्मियों के साथ आशा कार्यकर्ताओं और एएनएम को दिए गए टैबलेट में इंस्टाल किया गया है। इसके जरिए वे अपने क्षेत्र में होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों का पूरा डाटाबेस तैयार करेंगी। इसी डाटा के आधार पर मरीजों की देखरेख सुनिश्चित की जाएगी। इसमें ऑक्सीजन सेचुरेशन स्तर तथा शारीरिक तापमान पर निगरानी, जैसे दो मुख्य मापदंड होंगे। एएनएम या स्वास्थ्यकर्मी द्वारा निगरानी के दौरान एकत्र सूचनाओं के आधार पर इन मरीजों को, होम आइसोलेशन में रहने देने अथवा तुरंत अस्पताल में भर्ती करने योग्य, श्रेणियों में सूचीबद्ध कर कार्यवाही की जाएगी।