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जीवन में खुशियां भरता है संगीत, गुनगुनाने मात्र से तनाव दूर होता है - Prakhar Prahari
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जीवन में खुशियां भरता है संगीत, गुनगुनाने मात्र से तनाव दूर होता है

नई दिल्ली.
संगीत का नर्वस सिस्टम पर अच्छा असर होता है। यह वह हिस्सा है, जो रक्तचाप, हृदय गति और दिमाग की प्रक्रिया को नियंत्रित करता है। मस्तिष्क के उस हिस्से पर भी असर होता है, जो भाव को नियंत्रित करता है। मांसपेशियों के दर्द से पीडि़त लोगों का नियमित संगीत सुनना डिप्रेशन के लक्षण व दर्द को कम करता है। धीमी लय वाले संगीत से बढ़ी हुई हृदय गति काबू होती है। कंधे, पेट व पीठ का तनाव कम होता है।

बिना शब्दों वाला धीमी गति का मधुर संगीत सुनना मन को शांति देता है। तनाव कम होता है और बढ़ी हुई हृदय गति में सुधार आता है। श्वास प्रक्रिया सामान्य होती है। बेचैनी में तुरंत आराम मिलता है। संगीत चाहें सुनें, गाएं या बजाएं, सभी रूपों में इसका अच्छा असर देखने को मिलता है। विशेषज्ञों के अनुसार नियमित संगीत सुनना शारीरिक और मानसिक दोनों स्तर पर सुकून देता है। अच्छी नींद भी आती है। डर, कुंठा व क्रोध कम होता है। मन प्रसन्न रहता है। सुकून चाहिए तो शास्त्रीय संगीत या फिर धीमी गति का संगीत सुनना चाहिए या फिर बासुरी की धुन सुननी चाहिए।

शोधकों के अनुसार, संगीत सुनने से शरीर के इम्यून सिस्टम के लिए उपयोगी एंटीबॉडी के स्तर में सुधार होता है। हम उन एंटीबॉडी के बारे में बात कर रहे है, जो रोगों के खिलाफ हमारे शरीर की सुरक्षा करते हैं। साथ ही पाचन प्रक्रिया पर भी अच्छा असर देखने को मिलता है।

ब्रिटेन में एक सर्वे के मुताबिक़ ये पाया गया है कि संगीत उत्साह को बनाए रखता है, धैर्य बढाता है और मूड में सुधार करता है। संगीत सुनने से हमारा ध्यान व्यायाम के दौरान होनेवाली असुविधा की ओर नहीं जाता। रिसर्च में ट्रेड मिल पर चलते हुए 30 लोगों पर संगीत के प्रभाव का अध्ययन किया गया था। मोटिवेशनल व नॉन-मोटिवेशनल संगीत सुनने के दौरान का प्रदर्शन, संगीत नहीं सुनने के दौरान किए गए व्यायाम से बेहतर था।

कुछ लोगों को पढ़ाई करते हुए संगीत सुनने की आदत होती है। उनके अनुसार, इससे वे बेहतर पढ़ाई कर पाते हैं। अब शोध भी उनकी बात साबित करते हैं। नियमित संगीत सुनना बुढापे की प्रक्रिया को कम करता है। डिमेंशिया के शिकार लोगों पर भी इसका अच्छा असर होता है। संगीत में रुचि लेना शरीर में डोपामाइन हार्मोन का स्राव करता है, जो जोश व प्रेरणा देता है। संगीत के प्रति बच्चों का झुकाव उनकी बातचीत को प्रभावी बनाता है। सोचने-समझने की क्षमता पर अच्छा असर पड़ता है, जिससे वर्बल IQ तेज़ होने लगता है।

Delhi Desk

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