संवाददाताः शोभा ओझा
नई दिल्लीः इस समय पूरा देश कोरोना वायरस की दूसरी लहर से जूझ रहा है। हर रोज तीन लाख नए मामले सामने आ रहे हैं तथा करीब चार हजार लोगों की मृत्यु हो रही है। श्मशान घाटों में मृतको का सम्मानजनक तरीके से अंतिम संस्कार भी नहीं हो पा रहा है। इस चुनौती के तात्कालिक तथा दीर्घकालिक समाधान हेतु विश्व हिन्दू परिषद दिल्ली प्रान्त ने लागत सक्षम एवं पर्यावरण अनुकूल व्यवस्था खड़ी की है।
इसी क्रम में 17 मई यानी सोमवार को नई दिल्ली के पंचकुइया रोड दाह संस्कार घाट पर दाह संस्कार फ्रेम एवं गोबर से उपले बनाने वाली मशीन दाह संस्कार cage (COW-DUNG-LONG MACHINES and CREMATION CAGES) Woodless Cremation PYRE स्थापित की गई। इस मौके पर विश्व हिन्दू परिषद के केंद्रीय महामंत्री माननीय मिलिंद परांडे ने कहा कि कोरोना त्रासदी का सामना सामूहिक रूप से ही किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आज देशभर में सरकार तथा सामाजिक संस्थाएं इस आपदा से निपटने के लिए सयुंक्त रूप से अपने दायित्व का निर्वहन कर रही हैं, लेकिन इसके बाद भी बड़ी संख्या में संक्रमण के कारण लोगों की मृत्यु हो रही है। ऐसे लोगों का आज सम्मानजनक रूप से अंतिम संस्कार एक चुनौती है। अंतिम संस्कार हेतु लकड़ी और ईंधन की कमी न हो इसके लिए विश्व हिन्दू परिषद दिल्ली प्रान्त ने समाज के सहयोग से पर्यावरण और लागत सक्षम व्यवस्था खड़ी की है। जिसके अंतर्गत गाय के गोबर से बनी उपलों से तैयार लकड़ी अंतिम संस्कार हेतु उपलब्ध कराई जाएगी।
उन्होंने बताया कि एक ओर यह हमारे पर्यावरण को दूषित होने से बचाएगा। वहीं कम खर्च में ही अंतिम क्रिया हेतु ईंधन (लकड़ी) प्राप्त हो सकेगी। उन्होंने कहा कि यह व्यवस्था देश के अलग-अलग स्थान पर खड़ी की जाएगी। वहीं केंद्रीय मंत्री विश्वहिन्दू परिषद प्रशांत हरतालकरजी ने कहा कि समाज में इस विषय में जागरूकता आए, इस हेतु सभी को सम्मिलित रूप से जनजागरण करना होगा।
विश्व हिन्दू परिषद दिल्ली प्रान्त के अध्यक्ष कपिल खन्ना ने बताया कि दिल्ली के अलग-अलग स्थानों पर गौशालाओं में उपले बनाने की मशीन लगाई जाएंगी। यहां हिन्दू शरणार्थियों द्वारा मशीनों से उपलें तैयार की जाएंगी। इससे उन्हें आजीविका भी मिलेगी। उन्होंने कहा कि हम दिल्ली के सभी श्मशान घाटों में दाह संस्कार फ्रेम मशीन लगाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। पंचकुइयां रोड दाह संस्कार घाट पर दिल्ली प्रान्त द्वारा एक टन गौ काष्ट भी निःशुल्क उपलब्ध कराया गया।
खन्ना ने बताया कि दिल्ली के उन सभी श्मशान घाटों में जहां दाह संस्कार फ्रेम मशीनें लगाई जाएंगी वहां निःशुल्क एक टन गौ काष्ट भी सेवा कार्य हेतु प्रदान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में हो रहीं दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु को देखते हुए विश्व हिन्दू परिषद सम्मानजनक अंतिम संस्कार सेवा हेतु निरन्तर प्रशासन तथा श्मशान घाटों के सम्पर्क में है।
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