आरएसएस (RSS) यानी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत कोरोना वायरस को लेकर बड़ा बयान दिया है। डॉ. भागवत ने शनिवार को ‘पॉजिटिविटी अनलिमिटेड’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कोविड-19 मानवता के सामने चुनौती करार दिया और कहा कि कोरोना की पहली लहर के बाद सरकार तथा जनता लापरवाह हो गई थी। उन्होंने कहा कि यह परीक्षा का समय है और हमें पॉजिटिव रहना होगा।
डॉ. भागवत ने कहा, ”हमें पॉजिटिव रहना होगा। वर्तमान परिस्थिति में खुद को कोविड नेगेटिव रखने के लिए सावधानियां बरतनी होंगी। मौजूदा परिस्थितियों में तर्कहीन बयान देने से भी बचना चाहिए। यह परीक्षा का समय है, लेकिन हमें एकजुट रहना होगा और एक टीम की तरह कार्य करना होगा।”
संघ प्रमुख ने कहा कि सफलता और विफलता अंतिम नहीं है, जारी रखने का साहस मायने रखता है। उन्होंने कहा, ”हम इस परिस्थिति का सामना कर रहे हैं, क्योंकि सरकार, प्रशासन और जनता, सभी कोविड की पहली लहर के बाद लापरवाह हो गए थे। अब तीसरी लहर की बात हो रही है, लेकिन हमें डरने की नहीं, बल्कि खुद को तैयार करने की जरूरत है।”
उन्होंने कहा कि डॉ. भागवत ने कोरोना मानवता के सामने चुनौती करार दिया और कहा कि भारत को मिसाल कायम करनी है। हमें गुण-दोष की चर्चा किए बिना एक टीम के रूप में काम करना है। उन्होंने कहा कि हम एक टीम के रूप में काम करके और अपने काम को तेज करके इस चुनौती का सामना कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि विहार का भी ध्यान रखना है। खाली मत रहिए, कुछ नया सीखिए। परिवार के साथ गपशप कीजिए। बच्चों के साथ संवाद कीजिए। मास्क पहनना है। पर्याप्त अंतर पर रहकर एक दूसरे से संबंध रखना अनिवार्य है। वैसे ही सफाई का ध्यान रखना। सैनिटाइजर इस्तेमाल करते रहना। सारी बातें मालूम हैं हमें, लेकिन अनदेखी होती है, असावधानी होती है।