नई दिल्ली
कोरोनाकाल में चारों तरफ कोहराम है। लाख जतन के बावजूद लोग संक्रमण का शिकार हो रहे हैं। मामले लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में सावधानी और सतर्कता को ही सबसे कारगर माना जा रहा है। सतर्कता में मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग महत्वपूर्ण है।
विभिन्न विशेषज्ञ सलाह दे रहे हैं कि कोरोना संक्रमण के गंभीर होने के चलते हमें डबल मास्क पहनना चाहिए, पर क्यों? दरअसल सिंगल मास्क पहनने पर कई बार आपने नोटिस किया होगा कि उसमें साइडों से हवा पास होती रहती है। ऐसे में डबल मास्क पहनने से मास्क की फिटिंग अच्छी रहती है। इससे संक्रमण के संपर्क में आने के चांस कम हो जाते हैं।
चूंकि अब डब्लूएचओ ने भी माना है कि कोरोना वायरस एयरबोर्न है और हवा में काफी देर तक रहता है। इसलिए मास्क का फिल्ट्रेशन बेहतर होना जरूरी है। रिसर्च में पता चला है कि डबल मास्क से वायरस से बचाव 85 फीसदी तक हो जाता है। जबकि सिंगल मास्क से यह बचाव क्रमशः कपड़े से 51.4 फीसदी और सर्जिकल मास्क से 56.1 फीसदी होता है।
डबल मास्क लगाते वक्त एक बात का बड़ा ध्यान रखने की जरूरत है कि डबल मास्क में से एक मास्क सर्जिकल और एक मास्क कपड़े का होना चाहिए। इससे सांस लेने में परेशानी नहीं होगी। अगर किसी व्यक्ति ने दोनों मास्क कपड़े के पहन लिए हैं तो इससे सांस लेने में समस्या हो सकती है। वहीं दोनों सर्जिकल मास्क पहनने से फिटिंग की समस्या हो सकती है।