कोलकाता
पश्चिम बंगाल में कोरोना की दूसरी लहर अन्य राज्यों के मुकाबले ज्यादा जानलेवा साबित हो रही है। पिछले दो हफ्तों से देखने में आ रहा है कि बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित घर में ही कुछ ही घंटों में मौत के मुंह में समा जा रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि अचानक से मौतों के पीछे चार वजहें हैं। पहला हार्ट अटैक, दूसरा-पल्मोनरी एंबोलिज्म (फेफड़ों की प्रमुख धमनियां खून के थक्के जमने से अवरुद्ध हो जाती है), तीसरा है न्यूमोथोरैक्स यानी फेफड़े सुकड़ने से और चौथा अचानक से दिल की धड़कन तेजी होना।
कोरोना मरीजों का इलाज करने वाले डॉक्टरों का कहना है कि दूसरी लहर में ज्यादा गंभीर रोगियों की भी अचानक से मौतें हो रही हैं। तेजी से ऑक्सीजन सैचुरेशन लेवल गिरने से घर में या अस्पताल पहुंचने से पहले ही रास्ते में इन मरीजों की मौत हो रही है। इसके चलते इन मरीजों को कोरोना का ट्रीटमेंट करने का भी समय नहीं मिल पा रहा है। कोरोना के नए भारतीय वैरिएंट में इस तरह के लक्षण देखने को मिल रहे हैं।
नया वैरिएंट सीधे फेफड़ों पर वार करता है और इसके चलते संक्रमित के कई अंग काम करना बंद कर देते हैं और मरीज की मौत हो जा रही है। इससे पहले ज्यादातर कोरोना मरीजों के वायरस की उपस्थिति या वैक्सीनेशन से एंटीबॉडी विकसित हो गई थी लेकिन इस बार वायरस इम्युनिटी सिस्टम को तोड़ते सीधे फेफड़ों को प्रभावित कर रहा है।