नई दिल्ली
ओलंपिक पदक विजेता सुशील पहलवान मुश्किल में घिरते नजर आ रहे हैं। दिल्ली पुलिस ने उनके खिलाफ सागर धनकड़ की मौत के मामले में लुक-आउट नोटिस जारी किया है। बता दें कि दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में पहलवानों के दो गुटों के बीच हुए बवाल में पहलवान सागर धनकड़ की मौत हो गई थी।
मामले की छानबीन कर रहे एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह बात तो पूरी तरह साफ है कि सुशील और बाकी पहलवानों के बीच झगड़ा एक फ्लैट को लेकर हुआ था। जांच के दौरान पता चला कि घटना वाले दिन मंगलवार को भी सुशील गुट और सागर गुट के पहलवानों में मॉडल टाउन में झगड़ा हुआ था। झगड़े में सागर, अमित व सोनू बुरी तरह घायल हो गए थे। बाद इलाज के दौरान सागर की मौत हो गई थी। घायलों ने सुशील का नाम लिया था। इसके अलावा गिरफ्तार आरोपी प्रिंस दलाल के मोबाइल से भी सुशील की कुछ वीडियो मिली थी, जिसमें सुशील पिटाई करते हुए दिख रहा था।
प्राथमिकी में यह भी कहा गया है कि चार घंटे तक चले इस विवाद में दो लोग भी घायल हो गए थे। मृतक की पहचान दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल के बेटे सागर कुमार के रूप में हुई और घायलों की पहचान सोनू महल (35) और अमित कुमार (27) के रूप में हुई है। इस मामले में एक प्रिंस दलाल (24) को गिरफ्तार किया है और मौके से एक डबल बैरल बंदूक जब्त की गई है।
इस पूरे मामले पर एडिशनल डीसीपी डॉ गुरिकबाल सिंह ने जानकारी दी है कि हम उनकी तलाश में लगातार छापेमारी कर रहे हैं। सुशील कुमार पर हत्या का आरोप लगा है। हम उनके साथियों की भी तलाश कर रहे है जिनमें से कुछ लोगों को पकड़ लिया गया है। इस मामले को पीसीआर कॉल के आधार पर दर्ज किया गया। शुरुआती जांच में सुशील कुमार और उनके साथियों को दोषी पाया गया है।
सुशील कुमार ने पहले दावा किया था कि उनके पहलवान इस विवाद में शामिल नहीं थे। हमने पुलिस अधिकारियों को सूचित किया कि कुछ अज्ञात लोग हमारे परिसर में कूद गए और लड़ने लगे। इस घटना से हमारे स्टेडियम का कोई संबंध नहीं है।”
नॉर्थ वेस्ट दिल्ली के एडिशनल DCP डॉक्टर गुरिकबाल सिंह सिंधु ने बताया कि, ” हम सुशील कुमार पर लगे आरोपों की तहकीकात कर रहे हैं। हमने अपनी एक टीम भी उनके घर भेजी थी पर वो वहां नहीं मिले। हमें उनकी तलाश है। सुशील पहलवान और उसके साथियों का अब तक कोई सुराग नहीं मिला है। यह सभी देश छोड़कर न जाए, इसके लिए दिल्ली पुलिस ने लुक आउट नोटिस (एलओसी) जारी किया है।
पुलिस ने मामले की जांच के दौरान घटना वाले दिन घायल सागर के दो और साथी पहलवान रविंद्र और भगत सिंह के बयान दर्ज किए हैं। इन दोनों ने भी अगवा कर हमला करने के मामले में सुशील का नाम लिया है। माना जा रहा है कि इसके बाद सुशील की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पूछताछ में शामिल होने व बाकी लीगल नोटिस सुशील व बाकी पहलवानों के घर पहुंचाए जा रहे हैं।