कोरोना वायरस की दूसरी लहर के कारण देश की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। हर रोज संक्रमण के साढ़े तीन लाख से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। इस बीच कोविड टास्क फोर्स के सदस्यों ने कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए देशभर में कम्प्लीट लॉकडाउन का सुझाव दिया। यह सुझाव देने वालों में एम्स और आईसीएमआर (ICMR) यानी इंडियन काउंसल ऑफ मेडिकल रिसर्च शामिल हैं। इस मुद्दे पर केंद्र सरकार आज फैसला ले सकती है।

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक टॉस्क फोर्स के सदस्य गत एक सप्ताह से देश में लॉकडाउन लागू करने की मांग कर रहे हैं। आईसीएमआर का कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर का पीक आना बाकी है। इसलिए संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए दो हफ्ते का पूर्ण लॉकडाउन जरूरी है।

सूत्रों का कहना है कि केंद्र सरकार आईसीएमआर और एम्स के सदस्यों की राय पर आज फैसला ले सकता है। सूत्रों के मुताबिक देश पूर्ण लॉकडाउन नहीं तो आंशिक लॉकडाउन की ओर जा सकता है।

उधर विशेषज्ञों का कहना है कि मई के दूसरे हफ्ते में कोरोना की दूसरी लहर का पीक आ सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि अभी यह कहना सही नहीं होगा कि संक्रमण के कितने मामले आएंगे। ये आंकड़े पांच से छह लाख रोजाना का भी हो सकता है।

विशेषज्ञों के मुताबिक यदि लोग कोविड दिशा-निर्देशों का पालन करेंगे तो शायद मई के अंत में भी हम दूसरी लहर से उबर सकते हैं, लेकिन लोग इसी तरह से नियम को तोड़ते रहे तो ये लहर काफी लंबी समय तक भी चल सकती है।

आपको बता दें कि मौजूदा समय में दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, ओडिशा में कम्प्लीट लॉकडाउन है। वहीं महाराष्ट्र और पंजाब में मिनी लॉकडाउन लागू किया गया है, जबकि यूपी में वीकेंड लॉकडाउन किया जा रहा है। उधर, मध्य प्रदेश में भी 7 मई तक जनता कर्फ्यू लगाया गया है।

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here