कांग्रेस नेता राहुल गांधी कोरोना वायरस के कारण देश में बिगड़ते हालात को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने शनिवार को उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में देश की स्थिति बिना जानकारी तूफान में तैरती कश्ती जैसी हो गई है।
उन्होंने कहा कि जब कोविड-19 के मामले घट रहे थे, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रेय ले लिया और अब जब हालात बिगड़े तो राज्यों को दोष दे रहे हैं। उन्होंने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि सही मायने लोगों को आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि टीके के दाम को लेकर सरकार अजीब व्यवहार कर रही है। पहले वैक्सीन का रेट अनाउंस किया जाता है, फिर दबाव के बाद उसे कुछ कम किया जाता है। ये क्या हो रहा है? केंद्र सरकार खुद 150 रुपए में वैक्सीन ले रही है और राज्यों और अस्पतालों को कुछ और रेट बेचा जा रहा है। ये क्या डिस्काउंट सेल चल रहा है, पहले आप रेट बढ़ाते हैं, फिर उसे कम करवाते हैं।
कांग्रेस सांसद ने कोरोना संक्रमण की सुनामी के लिए केंद्र सरकार जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि मोदी सरकार घमंडी है। वास्तविकता से कोसों दूर सिर्फ धारणाओं पर केंद्रित है। उन्होंने कहा कि मोदी सेंट्रलाइज्ड और पर्सनलाइज्ड सरकार चला रहे हैं। वह सिर्फ अपनी ब्रांडिंग में लगे हुए हैं और वास्तविकता से परे सिर्फ कल्पनाओं में जी रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कोरोना से लड़ाई जीतने के लिए सरकार को विनम्र होना पड़ेगा। सरकार लोगों की समस्या को नहीं समझ रही है। अस्पतालों में ऑक्सीजन, बेड और इलाज के लिए जरूरी दवाओं को लेकर सरकार का व्यवहार देखा जा सकता है। लोग परेशान हो रहे हैं। सरकार को इनकी परेशानी समझनी होगी और उसका रास्ता निकालना होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष के सुझाव पर मंत्रियों का व्यवहार अजीब सा लगता है। उन्हें सच्चाई स्वीकार करनी होगी और विनम्र होना पड़ेगा।
कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने सुपर स्प्रेडर घटनाओं को खुद प्रोत्साहित किया है।
उन्होंने कहा कि प्रेस, ज्यूडिशियरी, इलेक्शन कमीशन, ब्यूरोक्रेसी किसी ने भी अपनी भूमिका नहीं निभाई। आज देश की हालत बिना जानकारी तूफान में तैरती कश्ती जैसी हो गई है।