Delhi High Court
दिल्ली हाईकोर्ट (फाइल फोटो)

राष्ट्रीय राजधानी के बत्रा अस्पताल में शनिवार को ऑक्सीजन समाप्त होने की वजह से आठ कोरोना मरीजों की मौत हो गई। इस मामले को लेकर अस्पताल प्रबंधन ने दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया और बताया कि एक घंटे से भी ज्यादा समय तक ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं होने की वजह से आठ कोरोना मरीजों की मौत हो गई। अस्पताल ने बताया कि मरने वालों में डॉक्टर भी शामिल है। अस्पताल के मुताबिक आज सुबह छह बजे से इमरजेंसी बनी हुई है। इस अस्पताल में कोरोना के 307 मरीज भर्ती हैं। इनमें से 230 ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं।

उधर, यहां के अस्पतालों में ऑक्सीजन सप्लाई, बेड और दवाओं की कमी को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान कोर्ट ने दिल्ली सरकार के खिलाफ तल्ख टिप्पणी की। दिल्ली सरकार ने कोर्ट को बताया कि सरकार कोविड बेडों की संख्या 15 हजार तक बढ़ा रही है, लेकिन हमारे पास इन बेड्स के लिए ऑक्सीजन नहीं है। इस पर कोर्ट ने सवाल किया कि दिल्ली सरकार ने अब तक सेना की मदद के लिए कोशिश क्यों नहीं की? कोर्ट ने कहा कि यदि  आप सेना से मदद लेंगे, तो वे अपने लेवल पर काम करेंगे। उनका अपना खुद का इंफ्रास्ट्रक्चर भी होगा।

वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर ऑक्सीजन की आपूर्ति को लेकर केंद्र सरकार से गुहार लगाई है। उन्होंने कहा, “मैं डिसीजन मेकर्स से हाथ जोड़कर निवेदन करता हूं कि दिल्ली को जल्द से जल्द ऑक्सीजन उपलब्ध कराएं।’ उन्होंने कहा कि सभी अस्पताल से ऑक्सीजन की कमी को लेकर असओएस आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि हमने कोर्ट में अपनी बात रखी है और केंद्र को इस बारे में पत्र भी लिखा है। उन्होंने कहा कि दिल्ली को रोजाना 976 टन ऑक्सीजन की जरुरत है। लेकिन हमें 490 टन ऑक्सीजन ही आवंटित की गई है। उन्होंने बताया कि हमें कल 312 टन ऑक्सीजन ही मिली है। आपको बता दें कि दिल्ली हाईकोर्ट ने शुक्रवार को तल्ख टिप्प्णी करते हुए कहा था कि सरकार कोरोना के खिलाफ लड़ाई में पूरी विफल साबित हुई है।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को कोरोना के 27,047 नए मामले सामने आए, जबकि 25,288 लोग ठीक हुए। वहीं 375 मरीजों की मौत हो गई। यहां अब तक 11 लाख 49 हजार लोग इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 10 लाख 33 हजार ठीक हो चुके हैं, जबकि 16,147 मरीजों की मौत हो चुकी है। मौजूदा समय यहां 99,361 का इलाज चल रहा है।

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