Coronavirus
सांकेतिक तस्वीर

वैश्विक महामारी कोरोना वायरस ने देश में एक बार फिर से प्रचंड रूप धारण कर लिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शनिवार  को जारी आंकड़ों के मुताबिक देश के विभिन्न हिस्सों में पिछले 24 घंटों के दौरान इस संक्रमण के रिकॉर्ड 89,000 से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं जो गत पांच महीनों में एक दिन में सबसे ज्यादा मामले हैं। वहीं इस दौरान 714 लोगों ने अपनी जान भी गंवाई है जो 4 दिसंबर के बाद पहली बार है। मौजूदा समय में रोजाना कोरोना के नये मामले सामने आने के मामले में भारत दुनिया में पहले नंबर पर पहुंच गया। वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार  को जारी आंकड़ों के अनुसार भारत में शुक्रवार को करीब 81,000 अधिक  नए मामले सामने आए थे जो दुनिया में सबसे ज्यादा थे। इसके बाद अमेरिका में 70,024 और ब्राजील में 69,662 का नंबर था।

देश में कोविड-19 की नई लहर तीन गुनी रफ्तार से बढ़ रही है। यह संक्रमण दूसरी लहर में एक दिन में केस 20 हजार से 80 हजार पहुंचने में महज 20 दिन लगे थे, जबकि गत वर्ष पहली लहर के दौरान इसमें 64 दिन लगे थे। देश में शुक्रवार को 89 हजार से ज्यादा केस आए और यह पिछले साल के ऑल टाइम हाई से महज 9 हजार कम रहे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इनमें से 81.42 प्रतिशत  केस महज आठ राज्यों से हैं। देशभर में शनिवार को 714 मौतें भी हुईं। इनमें महाराष्ट्र समेत पांच राज्यों से ही 86 फीसदी मौतें हैं।

आपको बता दें कि देशश में गत वर्ष 16 सितंबर को सबसे ज्यादा 97,860 मरीज मिले थे। इसके बाद आंकड़ा कम होना शुरू हुआ और इस साल 11 फरवरी को 10,988 केस तक गिरा। माना जाता है कि इसके बाद देश में कोरोना की दूसरी लहर शुरू हुई। इंफेक्शन रेट भी जहां पिछले साल जून में 5.50 प्रतिशत था, वहीं अब यह 6.80 फीसदी की तेजी से बढ़ रहा है। सबसे खराब हाल महाराष्ट्र का है, जहां 24 घंटे में 48 हजार के करीब केस आए हैं। इससे ज्यादा केस ब्राजील और अमेरिका में ही मिल रहे हैं।

कोविड-91 से उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर महाराष्ट्र में आठवीं तक के सभी छात्रों को बिना परीक्षा के प्रमोट किया जाएगा। पुणे में शनिवार से 12 घंटे का कर्फ्यू शुरू हुआ है। वहीं ओडिशा के 10 शहरों में सोमवार से रात का कर्फ्यू लगाया गया है। हिमाचल में 15 अप्रैल तक सभी शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे। छत्तीसगढ़ के दुर्ग में श्मशान घाट में जगह कम पड़ रही है। इस शहर में मंगलवार से 14 अप्रैल तक पूर्ण लॉकडाउन है।

कोविड-19 की दूसरी लहर हर दिन नया रेकॉर्ड बना रही है। बेंगलुरु के आईआईएससी (IISC) यानी  इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस ने अनुमान लगाया है कि यदि कोरोना का मौजूदा ट्रेंड जारी रहा तो मई के अंत तक को‍रोना केसों की संख्या 1.4 करोड़ को पार कर सकती है। रिसर्च के मुताबिक, अप्रैल के मध्य का वक्त संक्रमण का पीक हो सकता है जब ऐक्टि‍व केस 7.3 लाख तक जा सकते हैं। वहीं, बदतर हालात में मई के अंत तक ऐक्टि‍व केस की संख्या एख बार फिर 20 लाख तक पहुंच सकती है।

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