राजन तथा साजन मिश्र की जोड़ टूट गई। बनारस घराने के मशहूर गायक पंडित राजन मिश्र अब हमारे बीच नहीं रहे। उनका रविवार को निधन हो गया। राजन मिश्र कोरोना वायरस से ग्रसित थे और गंभीर हालत में उन्हें दिल्ली के सेंट स्टीफंस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। इसी दौरान उन्हें दिल का दौरा पड़ा। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में हॉस्पिटल में उन्हें वेंटिलेटर नहीं मिलने का भी दावा किया जा रहा है।
पंडित राजन मिश्र के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक व्यक्त किया है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, “शास्त्रीय गायन की दुनिया में अपनी अमिट छाप छोड़ने वाले पंडित राजन मिश्र जी के निधन से अत्यंत दुख पहुंचा है। बनारस घराने से जुड़े मिश्र जी का जाना कला और संगीत जगत के लिए एक अपूर्णीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं।“
शास्त्रीय गायन की दुनिया में अपनी अमिट छाप छोड़ने वाले पंडित राजन मिश्र जी के निधन से अत्यंत दुख पहुंचा है। बनारस घराने से जुड़े मिश्र जी का जाना कला और संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति!
— Narendra Modi (@narendramodi) April 25, 2021
स्वर कोकिला लता मंगेशकर ने भी राजन मिश्र के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा…
Mujhe abhi pata chala ki bahut guni shastriya gayak Padma Bhushan Sangeet Natak Akademi puraskar se sammanit Pandit Rajan Mishra ji Ka nidhan hua hai. Ye sunke mujhe bahut dukh hua. Ishwar unki aatma ko shanti pradan kare. Meri samvedanaayein unke pariwar ke saath hai.
— Lata Mangeshkar (@mangeshkarlata) April 25, 2021
राजन मिश्र और उनके भाई साजन मिश्र की जोड़ी ख्याल शैली में गायन के लिए मशहूर थी। इस जोड़ी को 1971 में भारत सरकार ने संस्कृत अवार्ड दिया। 1994-95 में गंधर्व सम्मान, 1998 में संगीत नाटक अकादमी और 2007 में पद्म भूषण से नवाजा गया। 14 दिसंबर 2012 को राष्ट्रीय तानसेन सम्मान दिया गया था। इनके 20 से ज्यादा एल्बम भी आए।
Extremely saddened to learn about unfortunate demise of Indian Classical Vocalist, Padma Bhushan #PanditRajanMisra Ji. Heartfelt Condolences to the departed soul and strength to the family members in this hour of bereavement. pic.twitter.com/GfsMlmu6En
— Ministry of Culture (@MinOfCultureGoI) April 25, 2021
1951 में जन्मे राजन मिश्र ने संगीत की शुरुआती शिक्षा अपने दादा पंडित बड़े राम जी मिश्र और पिता पंडित हनुमान मिश्र से ली थी। इसके बाद वे 1977 में दिल्ली चले आए। उन्होंने अपने भाई साजन मिश्र के साथ 400 साल पुराने बनारस घराने की परंपरा को आगे बढ़ाया। दोनों ने 1978 में श्रीलंका में अपना पहला कॉन्सर्ट किया था। इसके बाद वे जर्मनी, फ्रांस, स्विट्जरलैंड, ऑस्ट्रिया, अमेरिका, ब्रिटेन, नीदरलैंड, अमेरिका, सिंगापुर, कतर, बांग्लादेश सहित कई देशों में प्रदर्शन करने गए।