संवाददाताः नरेन्द्र कुमार वर्मा
दिल्ली में कोरोना को लेकर चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ है। मरीजों का कोई हाल चाल लेने वाला नहीं है। अस्पतालों में बेड भरे हुए है। दवाओं को लेकर मरीज भागा-दौड़ी कर रहे है। किसी किसी घर में सारा परिवार संक्रमण से ग्रस्त हैं। जिनका हालचाल लेने वाला कोई नहीं है। संकट के इस वक्त में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रभाग सेवा भारती के हजारों कार्यकर्ता चुपचाप मरीजों की सेवा में जुटे है। सेवा भारती ने दिल्ली में अपने सभी व्हाट्सऐप ग्रुप को सक्रिय कर रखा है।

मरीजों के घरों में दो वक्त का खाना, दवाइंयां, ऑक्सीजन, एंबुलेंस और गंभीर मरीजों को कोविड अस्पतालों में भर्ती कराने के लिए सेवा भारती के कार्यकर्ता दिन रात काम कर रहे हैं। दिल्ली के हर जिले में जहां से भी कोविड मरीजों का मदद के लिए संदेश आता है। सेवा भारती के स्थानीय कार्यकर्ता वहां पहुंच कर मदद पहुंचा रहे है। कोविड का शिकार हुए वरिष्ठ नागरिकों के लिए घर से बना दो वक्त का खाना पहुंचाने का काम सेवा भारती के व्हाट्सऐप ग्रुप के सदस्यों द्वारा किया जा रहा है। अस्पतालों में ऑक्सीजन के लिए जो मारा-मारी हो रही है उसे देखते हुए सेवा भारती ने गंभीर मरीजों के लिए सिलेंडर की व्यवस्था की है। सिलेंडर को रिफिलिंग कराने का काम भी कारोबारियों की मदद से किया जा रहा है।

सेवा भारती के कार्यकर्ता अक्षऱधाम और छतरपुर में बने कोविड केयर सेंटर में भी अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे है। संकट के इस वक्त दिल्ली के कोने-कोने में मरीज अस्पताल में भर्ती होने के लिए तडप रहे है। ऐसे वक्त में मरीजों के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था सेवा भारती की तरफ से की जा रही है। कोविड के गंभीर संक्रमण के कारण अकाल मौत का ग्रास बने लोगों के अंतिम संस्कार के लिए भी सेवा भारती के कार्यकर्ता दिल्ली निगमबोध घाट, सीमापुरी, पंजाबीबाग, वजीरपुर, गीता कॉलोनी, लोदी रोड श्मशान घाट पर पीडित परिवारों के साथ अंतिम संस्कार कराने में जुटे है। महत्वपूर्ण बात यह हैं कि कोविड के वक्त मरीजों की सेवा और अन्य सुविधाओं के लिए सामने आने वाले स्वयं सेवी संगठन मीडिया को अपने कामों की जानकारी देते है। मगर सेवा भारती के कार्यकर्ता बिलकुल चुपचाप बिना प्रचार के अपने काम को अंजाम दे रहे है। खास बात यह हैं कि आज सोशल मीडिया के युग में नेक कार्य करने वाले किसी भी काम को सोशल मीडिया पर प्रचारित किया जाता है। मगर सेवा भारती ने अपने को इस तरह की प्रवृत्ति से दूर रखा है। सेवा भारती से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी कहते है कि मीडिया में कवरेज के लिए वह सेवा कार्य नहीं कर रहे बल्कि संकट के इस वक्त में उनके कार्यकर्ता राष्ट्रधर्म निभा रहे हैं।

सेवा कार्य करते हुए कई कार्यकर्ता संक्रमण का शिकार भी हो चुके है। जिन्होंने अपने को घर परिवार से पृथक कर लिया है। फिर भी उनके अन्य कार्यकर्ता पूरी लगन और धैर्य के साथ मरीजों की सेवा में जुटे हैं। दिल्ली में कोरोना की दूसरी लहर से हाहाकार मचा हुआ है। दिल्ली सरकार की स्वास्थ्य सेवाओं की सारी पोल खुल गई। मरीज अस्पतालों के बाहर सड़क पर मर रहे है। मगर दिल्ली सरकार केवल बतोले बाजी में लगी है। दिल्ली सरकार के मोहल्ला क्लिनिक की दशा किसी से छिपी नहीं है। केवल प्रचार के सहारे दिल्ली सरकार कोरोना संकट से निकलने का वादा कर रही है।

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