पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के छठे चरण का मतदान छिटपुट हिंसा के बीच संपन्न हो गया. विभिन्न राजनीतिक दलों के 306 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई. उत्तर 24 परगना की 17, नदिया की 9, पूर्वी बर्दवान की 8 और उत्तर दिनाजपुर की सभी 9 सीटों पर वोटिंग सुबह सात बजे शुरू हुई थी, जो शाम 6.30 बज समाप्त हो गई.
दूसरी ओर, कोरोना महामारी के मद्देनजर कल चुनाव आयोग की फुल बेंच के साथ बंगाल की मुख्य चुनाव अधिकारी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बैठक होगी. बंगाल में फिलहाल दो चरण के मतदान बाकी हैं. आयोग मतदान के लेकर अहम फैसले ले सकता है.
कोविड महामारी के मद्देनजर मतदान को लेकर विशेष सतर्कता की गई थी. मतदान केंद्रों पर सैनिटाइजर और हाथ के प्लास्टिक के दस्ताने रखे गए थे, जिन्हें मतदाताओं को उपलब्ध कराया गया था. अपराह्न 5 बजे तक 79.76 % मतदान हुआ. उत्तर दिनाजपुर में 77.76 %, नदिया में 82.67%, उत्तर 24 परगना में 75.94 % और पूर्व बर्धमान 82.15% मतदान हुआ.
सुबह मतदान शुरू होने के साथ ही छिटपुट हिंसा की घटना घटने लगी. उत्तर 24 परगना के बागदा में पुलिस की गोली से तीन लोगों के घायल होने और अशोकनगर में भी पुलिस पर गोली चलाने का आरोप लगा. दूसरी ओर, नदिया और बर्धमान में भी दिन भर छिटपुट हिंसा की खबरें आती रहीं. वहीं दम दम उत्तर में बीजेपी एजेंट को पोलिंग बूथ पर बैठने नहीं दिया गया, तो बैरकपुर के आमडांगा से भी दिन भर आशांति की खबरें आती रहीं. इसके अलावा दमदम उत्तर के फतुल्लापुर मतदान केंद्र में बीजेपी एजेंट को मारपीट कर भगा दिया गया था. दमदम उत्तर के ही पद्मपुकुर इलाके में भारतीय जनता पार्टी के बैनर पोस्टर और फेस्टून को फाड़ने का आरोप माकपा कार्यकर्ताओं पर लगा है.