भारत दुनिया में वैक्सीन और ऑक्सीजन का निर्माण करने वाला प्रमुख राष्ट्र है। इसके बावजूद मोदी सरकार के कुप्रबंधन के कारण देश की जनता को कोरोना वैक्सीन और ऑक्सीजन की जबरदस्त कमी का सामना करना पड़ रहा है।
कांग्रेस प्रवक्ता अजय माकन ने बुधवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कोरोना संक्रमण की स्थिति को लेकर देश को संबोधित किया था, लेकिन इस दौरान वह कोई ठोस उपाय बताने की बजाय सिर्फ चिकनी-चुपड़ी बातें करके जनता को बरगलाने का प्रयास करते रहे और महामारी को लेकर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ते नजर आए।
माकन ने कहा कि श्री मोदी के 19 मिनट के भाषण में निराशा थी। उनके भाषण के दौरान कहीं भी जनता के लिए रहमदिली नहीं थी। ऐसा लगता है कि उनकी सरकार के लिए लोगों की जान से ज्यादा जरूरी लाभ कमाना और खास लोगों को फायदा पहुंचाना है। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार अपने चंद मित्रों के फायदे के लिए कुछ भी करने को तैयार रहती है, लेकिन आम जनता के हितों पर वह आंख मूंद लेती है।उन्होंने कहा कि सरकार को बताना चाहिए कि जब भारत दुनिया में वैक्सीन का सबसे बड़ा निर्माता और ऑक्सीजन का प्रमुख उत्पादक देश है तो हमारे यहां किस वजह से वैक्सीन और ऑक्सीजन की कमी हो रही है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि ऑक्सीजन की कमी के लिए सरकार के कुप्रबंधन काे जिम्मेदार ठहराया और कहा कि इस सरकार में गरीबों के लिए कहीं कोई दया भाव नहीं है। उन्होंने कहा कि पिछले 15 महीने के दौरान सरकार ने समय की बर्बादी की है। इस दौरान देश में कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए कोई ढांचागत व्यवस्था विकसित नहीं की। देश की बहुत छोटी आबादी का ही अब तक टीकाकरण हुआ है, जबकि बड़े पैमाने पर टीके का निर्यात किया गया है। इसी तरह से ऑक्सीजन की कमी से देश जूझ रहा है लेकिन मुनाफा अर्जित करने के लिए इसका निर्यात किया गया।
उन्होंने कहा कि सरकार ने देश की जनता की परवाह किए बिना 6.5 करोड़ वैक्सीन का निर्यात किया और 11 लाख रेमेडिसविर इंजेक्शन को विदेशों को भेजा। ऑक्सीजन का 9300 टन निर्यात किया गया। उन्होंने कहा कि पिछले छह महीने के दौरान सरकार को कोरोना से निपटने की तैयारी कर लेनी चाहिए थी। सबको मालूम था कि कोरोना की दूसरी लहर आने वाली है लेकिन सरकार ने तैयारी करने की बजाय छह महीने के दौरान 11 लाख रेमेडिसविर इंजेक्शन का निर्यात किया और 10 दिन पहले ही इसका निर्यात रोका गया है।
माकन ने कहा कि गुजरात बीजेपी अध्यक्ष ने कहा है उन्होंने 5000 इंजेक्शन का स्टॉक एक कंपनी से लिए किया है। उन्होंने कहा कि देश में कोरोना काल में जिन व्यापारियों और नेताओं ने कालाबाजारी को बढ़ावा दिया है उनके खिलाफ जांच होनी चाहिए और कार्रवाई की जानी चाहिए।