देश में कोरोना वायरस महामारी तेजी से पैर पसार रही है. संक्रमण की रफ्तार इसनी अधिक है कि हालात खौफनाक होते जा रहे हैं. ऐसे में एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया का बड़ा बयान सामने आया है. एम्स डायरेक्टर ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के लिए कई कारण जिम्मेदार हैं, लेकिन इनमें से दो प्रमुख हैं. पहला कि जनवरी और फरवरी में टीकाकरण शुरू होने के बाद संक्रमण के मामले कम होने लगे और लोगों ने कोरोना गाइडलाइंस के मुताबिक व्यवहार करना बंद किया. यही समय था जब वायरस में म्यूटेशन हुआ और यह ज्यादा संक्रामक हो गया.
गुलेरिया ने कहा कि संक्रमण के मामले बढ़ने की वजह से स्वास्थ्य व्यवस्था पर बहुत ज्यादा दबाव है. हमें अपने अस्पतालों में बेड की संख्या लगातार बनाए रखनी होगी और बढ़ते मामलों से निपटने के लिए संसाधन बढ़ाने होंगे. हमें जल्द से जल्द संक्रमण के बढ़ते मामलों पर काबू पाना होगा.
उन्होंने कहा कि इस समय देश में बहुत सारी धार्मिक गतिविधियां चल रही हैं और विधानसभा चुनाव भी जारी हैं. हमें इस बात को समझना होगा कि जिंदगियां कीमती हैं. हम दूसरी चीजों को एक सीमित दायरे में अंजाम दे सकते हैं, जिससे कि लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत ना हों और लोग कोरोना गाइडलाइंस का भी पालन करें.
एएनआई से बातचीत में रणदीप गुलेरिया ने कहा कि हमें यह बात ध्यान रखनी होगी कि कोई भी वैक्सीन 100 प्रतिशत आपको सुरक्षा नहीं दे सकती. हो सकता है कि वैक्सीन लगवाने के बाद भी आप संक्रमित हो जाएं, लेकिन वैक्सीन लगवाने के बाद शरीर में मौजूद एंटीबॉडी के चलते वायरस का शरीर पर बहुत बुरा असर नहीं होगा और व्यक्ति की हालत गंभीर होने की आशंका भी कम रहेगी.
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