पंजाब नेशनल बैंक को हजारों करोड़ रुपये की चपत लगाने वाला भगोड़ा नीरव मोदी अब भारत लाया जायेगा. ब्रिटेन की सरकार ने प्रत्यर्पण की मंजूरी दे दी है. ये मोदी सरकार की बड़ी कामयाबी मानी जा रही है. समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, सीबीआई के अधिकारी ने ये जानकारी दी.
बता दें कि लंबे समय से ब्रिटेन की अदालत में चल रहे मुकदमे के बाद भारत को सफलता मिली थी. बीते महीने अदालत ने आर्थिक अपराधी मोदी को प्रत्यर्पित किए जाने की मांग को स्वीकार किया था. ब्रिटेन की अदालत में ये कानूनी लड़ाई करीब 2 साल तक चली थी. भारत लाने के बाद मोदी को मुंबई की आर्थर रोड जेल में रखा जाएगा.
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, सीबीआई के अधिकारी ने जानकारी दी है कि नीरव मोदी को भारत लाने की मंजूरी मिल गई है. उन्होंने बताया कि ब्रिटेन के गृहमंत्री ने इस बात को मंजूरी दे दी है. मोदी को जल्द ही भारत लाए जाने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी. खास बात है कि मोदी के बाद सीबीआई ने उसके भाई निहाल मोदी पर भी शिकंजा कसा था.
25 फरवरी को ब्रिटेन की कोर्ट ने मोदी के प्रत्यर्पण के पक्ष में फैसला सुनाया था. आरोपी के लिए मुंबई स्थित आर्थर रोड जेल में खास सेल तैयार कराया गया है. एक जेल अधिकारी ने बताया गया कि भारत लाने के बाद मोदी को बैरक नंबर 12 के तीन सेल में से किसी एक में रखा जाएगा. ये हाई सिक्युरिटी बैरक है. आरोपी स्कॉटलैंड यार्ड की तरफ से जारी एक्स्ट्रेडिशन वारंट पर 19 मार्च 2019 के बाद से ही जेल में है.
11 मई 2020 को लंदन के वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट्स कोर्ट में पहली बार नीरव मोदी के प्रत्यर्पण को लेकर सुनवाई की गई थी. मोदी की टीम का नेतृत्व बैरिस्टर क्लेयर मॉन्टोग्मेरी कर रही थीं. उन्होंने भारत के आरोप के बचाव में अदालत में एक बड़ी रक्षा व्यवस्था खड़ी कर दी थी. इसके अलावा कोरोना वायरस के दौर में भी सीबीआई को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा था. अदालत में हुई सुनवाई के दौरान नीरव और उसकी लीगल टीम ने कई बार खराब स्वास्थ्य, राजनीतिक साजिश, भारत में जेल के हालात और सबूतों का अभाव होने का तर्क दिया था.