पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के चार चरणों का मतदान हो चुका है, वहीं चार फेज की वोटिंग बाकी है. शेष बचे मतदान के लिए चुनाव प्रचार जोरों पर है. ऐसे में केंद्रीय गृह मंत्री ने कूच बिहार के सीतलकूची में एक मतदान केंद्र पर हुई हिंसा के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को जिम्मेदार ठहराया और उनके ऊपर तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया. बंगाल में नादिया जिले के शांतिपुर में एक रोड शो के बाद मीडिया से बात करते हुए अमित शाह ने ममता बनर्जी को आड़े हाथों लिया है.
शाह ने कहा है कि बंगाल के चुनाव के चौथे चरण के मतदान में कल एक दुखद घटना हुई. एक बूथ पर कुछ अज्ञात लोगों ने हमला किया केंद्रीय सुरक्षा बल के हथियार लूटने का प्रयास किया, सुरक्षा बल को अपने बचाव में गोली चलानी पड़ी इसमें चार लोगों की मृत्यु हुई है. उसी बूथ पर गुंडों द्वारा आनंद बर्मन की हत्या की गई. इसलिए हत्या की गई कि वहां मतदान न हो. सुरक्षा बलों के हथियार लूटने की कोशिश हई, लेकिन ममता दीदी सिर्फ 4 लोगों को श्रद्धांजलि देती हैं. आनंद बर्मन को श्रद्धांजलि नहीं देती हैं. मृत्यु में भी तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति से पता चलता है कि बंगाल की राजनीति को ममता दीदी ने कितना नीचे गिराया है इसका ये एक उदाहरण है.
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, उसी सीट पर ममता दीदी ने कुछ दिन पहले भाषण दिया था कि केंद्रीय सुरक्षा बल के जवान आये तो उन्हें घेर लो. मैं ममता दीदी से पूछना चाहता हूँ कि क्या आपका भाषण उन 4 लोगों की मौत का जिम्मेदार नहीं है?
उन्होंने कहा, बंगाल की जनता से मेरा करबद्ध निवेदन है कि बाकी के मतदान चरणों में शांतिपूर्ण ढंग से लोकतंत्र के उत्सव को मनाएं, मतदान करें, अपने पसंदीदा प्रत्याशी को जिताएं. बंगाल में शांतिपूर्ण चुनाव का एक नया इतिहास रचने का काम करें.
अमित शाह ने कहा, मैं बंगाल की जनता से वादा करता हूं कि 2 मई के बाद जब बंगाल में मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा सरकार बनेगी, ये चुनावी हिंसा, राजनीतिक हिंसा हमेशा के लिए बंगाल को छोड़कर चली जाएगी.