वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण महाराष्ट्र की स्थिति काफी खराब है। इसकी रोकथाम के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं। इसी के तहत वीकेंड पर राज्यभर में दो दिन का लॉकडाउन जैसे कदम भी शामिल है। राज्य में शुक्रवार रात आठ बजे से सोमवार सुबह सात बजे तक लॉकडाउन प्रभावी है, लेकिन अभी तक सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का कोई असर होते दिखाई नहीं दे रहा है। राज्य में पिछले 24 घंटे के दौरान इस संक्रमण 58,993 नए मामले सामने आए।
इस जानलेवा विषाणु के मामलों में हो रही बेतहाशा वृद्धि के मद्देनजर अब सरकार तीन हफ्ते का टोटल लॉकडाउन लगाने की तैयारी में है। इस मुद्दे पर चर्चा और एकराय बनाने के लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने आज सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई इस बैठक में मुख्यमंत्री ठाकरे के अलावा नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस, बीजेपी नेता प्रवीण दरेकर, चंद्रकांत दादा पाटिल, महाराष्ट्र सरकार में मंत्री अशोक चव्हाण, बालासाहेब थोराट, गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटिल, कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार, स्वास्थ्य मंत्री नाना पटोले राजेश टोपे भी उपस्थित थे।
इस दौरान उद्धव ने साफ तौर पर कहा कि यह लॉकडाउन का समय है। कोई अन्य विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं जानता हूं कि लॉकडाउन एकमात्र तरीका नहीं है, लेकिन दुनिया ने इसे स्वीकार कर लिया है। हमने लोगों को रोकने का प्रयास किया, दफ्तरों के समय में भी बदलाव किया। लोगों को घर से भी काम करवाया, लेकिन संक्रमण के मामले कम नहीं हुए।
उन्होंने बैठक के दौरान आठ दिन के कड़े प्रतिबंध लगाने का इशारा किया और कहा कि यदि सभी लोग तैयार हों तो हम आठ दिन का ‘कड़ा प्रतिबंध’ लगा सकते हैं और फिर इसमें धीरे-धीरे छूट दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके नियम बनाने में समय लग सकता है। इसलिए सरकार अगले दो दिन में इसपर फैसला लेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वैक्सीन की दूसरी खुराक लेकर भी लोग कोरोना पॉजिटिव हो रहे हैं। मैंने इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने मुद्दा उठाया था। कोरोना की चेन तोड़ने की जरूरत है, युवा पीढ़ी ज्यादा प्रभावित हो रही है।
वहीं बीजेपी ने पूर्ण लॉकडाउन का विरोध किया है। पार्टी नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि राज्य में टेस्टिंग की संख्या बढ़ाई जाए। टेस्टिंग की रिपोर्टों को तुरंत प्राप्त करने के लिए उपाय किए जाने चाहिए। कोरोना बढ़ रहा हैं इसमें दो राय नहीं है। इसको रोकने के लिए RTPCR टेस्ट रिजल्ट जल्द से जल्द दें। प्राइवेट अस्पतालों में रेमेडिसिवीर नही मिल रहा है , ऑक्सीजन की कमी है, रेमिडीसीवीर जल्द से जल्द देना चाहिए। उन्होंने कहा कि पाबंदियां लगाई जाएं, लेकिन जनता और व्यापारियो की भावना का ध्यान रखा जाए।
उधर, एमपीएससी (MPSC) यानी महाराष्ट्र लोकसेवा आयोग की अप्रैल में होने वाली परीक्षा फिर स्थगित कर दी गई है। सरकार ने कहा है कि नई तारीखों का ऐलान स्थिति सामान्य होने के बाद किया जाएगा।