देश की अर्थव्यवस्था को लेकर गुरुवार को एक अच्छी खबर आई। जीएसटी (GST) यानी वस्तु एवं सेवा कर कलेक्शन ने मार्च महीने में नया रिकॉर्ड कायम किया। सरकारी आंकड़ों के अनुसार मार्च में जीएसटी कलेक्शन 1,23,902 करोड़ रुपए रहा है। यानी हर दिन सरकार के खाते में 3996 करोड़ रुपए जीएसटी के तौर पर आए। एक साल पहले इसी अवधि के यानी मार्च 2020 में जीएसटी कलेक्शन 97,590 करोड़ रुपए रहा था। इस तरह से गत वर्ष के मुकाबले इस साल मार्च महीने में 27 फीसदी अधिक जीएसटी संग्रह हुआ।
वित्त मंत्रालय ने कहा कि मार्च 2021 में टैक्स कलेक्शन 2017 में जीएसटी लागू होने के बाद अब तक का सबसे ज्यादा रहा है। सरकारी डाटा के मुताबिक वस्तुओं के आयात से मिलने वाले जीएसटी में 70 प्रतिशत की ग्रोथ रही है, जबकि घरेलू ट्रांजेक्शन से मिलने वाले राजस्व में 17 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
आंकड़ों के अनुसार सरकार को 22,973 करोड़ रुपए सीजीएसटी (CGSTः से , 29,329 करोड़ रुपए एसजीएसटी (SGST) से और 62,842 करोड़ रुपए आईजीएसटी (IGST) से मिले हैं। आपको बता दें कि आईजीएसटी में आयात की जाने वाली वस्तुओं से मिले 31,097 करोड़ रुपए और सेस के तौर पर वसूले गए 8,757 करोड़ रुपए भी शामिल हैं। 31 मार्च को खत्म हुए वित्त वर्ष 2020-21 में जीएलटी कलेक्शन में पहली तिमाही में 41 प्रतिशत और दूसरी तिमाही में आठ फीसदी की गिरावट रही है। तीसरी तिमाही में आठ और चौथी तिमाही में 14 प्रतिशत की ग्रोथ रही है।
अब आपको बताते है कि जीएसटी के रूप में प्रति दिन सरकार को कितने रुपये मिले। इस साल मार्च महीने में कुल जीएसटी संग्रह 1,23,902 करोड़ रुपये रहा। अब इस राशि को मार्च महीने के 31 दिनों में बराबर बांट दिया जाए तो हर रोज 3996 करोड़ रुपए सरकारी खजाने में आए। हालांकि, प्रतिदिन के हिसाब से मार्च महीने में फरवरी महीने में सरकारी खजाने में कम पैसे आए। सरकार खजाने में फरवरी में रोजाना करीब 4035 करोड़ रुपए का कलेक्शन रहा था। यान फरवरी के 28 दिन में कुल कुल कलेक्शन 1,13,143 करोड़ रुपए रहा था।