प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बांग्लादेश दौरे के दूसरे दिन ओरकांडी में गर्ल्स प्राइमरी स्कूल खोलने की खोलने की घोषणा की। साथ ही एक मिडिल स्कूलों को अपग्रेड करने का भी ऐलान किया।
अपने दौरे के दूसरे दिन पीएम मोदी ने सबसे पहले जशोरेश्वरी मंदिर में काली मां का दर्शन करने पहुंचे। इसके बाद वह गोपालगंज जिला के तुंगीपारा में बंगबंधु स्मारक पहुंचे था बांग्लादेश के राष्ट्रपिता बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान को श्रद्धांजलि अर्पित की। फिर मतुआ समुदाय के ओरकांडी मंदिर पहुंचे। आपको बता दें कि ओराकांडी मतुआ समुदाय के संस्थापक हरिशचंद्र ठाकुर की जन्मस्थली है। यह समुदाय का पश्चिम बंगाल विधान चुनाव के हिसाब से काफी महत्वपूर्ण है।
पीएम मोदी ने यहां लोगों को संबोधित करते हुए कहा इस अवसर की प्रतीक्षा मुझे कई वर्षों से थी। मैं प्रधानमंत्री बनने के बाद 2015 में पहली बार बांग्लादेश आया था, तब भी इस मंदिर में आने की इच्छा जताई थी, लेकिन मुझे वह सौभाग्य अब मिला है। मुझे याद है कि पश्चिम बंगाल में ठाकुर नगर में जब मैं गया था, तब वहां मेरे मतुआ भाई-बहुनों में मुझे बहुत प्यार सत्कार दिया था। विशेषकर बोरोमा का स्नेह मां की तरह रहा। इस दौरान उन्होंने बांग्लादेश की आजादी के 50 साल पूरे होने पर बधाई और शुभकामनाएं दीं। आइए एक नजर डालते हैं पीएम मोदी के भाषण के महत्वपूर्ण बातों परः-
#WATCH | PM Narendra Modi concluded his address to Matua community in Orakandi, Bangladesh with slogans, earlier today. pic.twitter.com/Ou5l8T8bPQ
— ANI (@ANI) March 27, 2021
- पीएम मोदी ने कहा कि भारत सरकार ओरकांडी में लड़कियों के मिडिल स्कूल को अपग्रेड करेगी। साथ ही यहां एक प्राइमरी स्कूल भी स्थापित करेगी। भारत के करोड़ों लोगों की ओर से ये हरिचंद ठाकुर जी को श्रद्धांजलि है।
- उन्होंने कहा कि भारत और बांग्लादेश दोनों देश आज कोरोना का मजबूती से मुकाबला कर रहे हैं। मेड इन इंडिया वैक्सीन बांग्लादेश के नागरिकों तक भी पहुंचे, इसे भारत अपना कर्तव्य समझ के कर रहा है।
- पीएम ने कहा कि भारत और बांग्लादेश के सामने आज जिस तरह की समान चुनौतियां हैं, उनके समाधान के लिए हरिचंद देव जी की प्रेरणा बहुत अहम है।
- उन्होंने कहा कि भारत और बांग्लादेश दोनों ही देश दुनिया में अस्थिरता, आतंक और अशांति की जगह स्थिरता, प्रेम और शांति चाहते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी दक्षिण-पूर्व सतखिरा स्थित जेशोरेश्वरी काली मंदिर पहुंचे। इस मंदिर को 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। यहां पर उन्होंने कहा कि मैंने काली मां से दुनिया को कोरोना के संकट से मुक्ति दिलाले की कामना की है।
उधर, बांग्लादेश के कट्टर इस्लामिक ग्रुप हिफाजत-ए-इस्लाम के सदस्य मोदी के दौरे का विरोध कर रहे हैं। इस समुदाय के मोदी के दौरे के खिलाफ सड़कों पर उत्तरे तथा प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों तथा पुलिस में झड़प के दौरान शनिवार तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक प्रदर्शन के दौरान चटगांव में पुलिस फायरिंग में पांच लोग घायल हुए थे, जिनकी चटगांव के मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई।