महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण की रफ्तार में जबरदस्त उछाल हुआ है. हालात बेकाबू हो रहे हैं. कोविड-19 के बीच जहां राज्य सरकार ने 28 मार्च से नाइट कर्फ्यू लगाने का फैसला किया तो वहीं दूसरी तरफ डिप्टी सीएम अजीत पवार लॉकडाउन की चेतावनी दे रहे हैं. उन्होंने लोगों से सावधनी बरतने को कहा है. उप-मुख्यमंत्री अजीत पवार ने पुणे में कहां की अगर लोगों ने कोरोना प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया तो 2 अप्रैल से लॉकडाउन जैसा कड़ा फैसला सरकार को लेना पड़ सकता है. लिहाजा लोग अभी संभले और सावधानी बरतें.
इतना ही नहीं तो सभी राजनीतिक दलों से भी अनुरोध करते हुए अजीत पवार ने कहा है कि अपने सभी राजनीतिक और सार्वजनिक कार्यक्रम आने वाले कुछ दिनों के लिए वे रद्द करें. पुणे में 31 अप्रैल तक स्कूल बंद करने का फैसला किया गया है. अजीत पवार ने आगे कहा कि प्राइवेट अस्पतालों के 50 फ़ीसदी बेड्स कोरोना के बढ़ते प्रकोप के चलते सरकार अपने पास लेगी.
गाइडलाइन्स के अनुसार, राज्य के सभी मॉल्स रात 8 बजे से लेकर सुबह 7 बजे तक बंद रहेंगे. मूवी थिएटर्स में 50 फीसदी लोग ही जा पाएंगे. साथ ही साथ शादी समारोह में 50 से ज्यादा लोग शामिल नहीं होंगे. अंतिम संस्कार में भी ज्यादा से ज्यादा 20 लोग ही शामिल हो सकेंगे.
कोरोना के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए अस्पतालों में 50 फीसदी बेड्स को रिजर्व रखा गया है. आगामी होली त्योहार को ध्यान में रखते हुए भी गाइडलाइन्स जारी किए गए हैं. इसके अनुसार, होली खेलने के लिए भीड़ लगाने पर पूर्ण रूप से पाबंदी रहेगी. साथ ही सार्वजनिक जगह पर होली खेलने की परमिशन नहीं दी गई है.
इस बारे में जानकारी देते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा, “हम दोबारा लॉकडाउन लगाने के पक्ष में नहीं थे लेकिन कोरोना के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए हमें ये एक्शन लेने पड़ा है. मैं राज्य के लोगों से अपील करता हूं कि वह जरूरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकलें.” सीएम ने आगे कहा, “हम हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी तेजी से काम कर रहे हैं. सभी जिलों के अधिकारियों को हेल्थ सुविधाएं जारी रखने के निर्देश दिए हैं.”