नई दिल्ली . खाने की बर्बादी न हो इसलिए हमलोग बासी खाना फिर से गर्म करके खा लेते हैं, लेकिन शायद आपको पता नहीं होगा कि बहुत से ऐसे खाद्य पदार्थ होते हैं जिनको यदि हम दोबारा गर्म करके खाते हैं तो वह हमारी सेहत पर बुरा असर डालते हैं। ऐसा भोजन स्वाद के साथ-साथ अपने पोषण मूल्य को भी खो देता है और व्यक्ति के लिए कई प्रकार के रोगों का खतरा पैदा करता है। आइए, जानते हैं कि खाने की वे कौन सी चीजें हैं जिन्हें दोबारा गर्म करने पर वह जहर के समान हो जाती हैं-
-चावल : बासी चावल दोबारा गर्म करके खाने से व्यक्ति फूड पॉइजनिंग से पीड़ित हो सकता है। चावल में बैसिलस सेरेस नामक अत्यधिक प्रतिरोधी बैक्टीरिया की उपस्थिति हो जाती है। चावल ठंडे होने पर यह कीटाणु दोबारा तेजी से पनपने लगते हैं। ऐसे में जब व्यक्ति इन्हें दोबारा गर्म करते खाता है तो उसे फूड पॉइजनिंग हो सकती है।
-आलू : आलू विटामिन बी 6, पोटेशियम और विटामिन सी का एक समृद्ध स्रोत हैं, हालांकि, इसकी सब्जी को अगर बार-बार गर्म किया जाता है, तो इसमें क्लोस्ट्रीडियम बोटुलिनम नामक बैक्टीरिया पैदा हो सकता है। दोबारा गर्म करने पर उसके पोषक तत्व भी नष्ट हो जाते हैं, और वह व्यक्ति के पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचाते हैं।
-चिकन : चिकन प्रोटीन का अच्छा स्रोत माना जाता है, लेकिन बासी चिकन को दोबारा गर्म करके खाने से उसके प्रोटीन नष्ट हो जाते हैं और यह पाचन से जुड़ी समस्याएं पैदा कर सकते हैं।
-अंडे : उबले हुए अंडों को दोबारा गर्म करके नहीं खाना चाहिए, क्योंकि उच्च प्रोटीन वाले भोजन में बहुत नाइट्रोजन होता है। इस नाइट्रोजन को दोबारा गर्म करने के कारण ऑक्सीकरण हो सकता है, जिससे कैंसर तक हो सकता है।
-चुकंदर : चुकंदर को भी एक बार पकाने के बाद दोबारा गर्म करके नहीं खाना चाहिए। ऐसा करने से इसमें मौजूद नाइट्रेट खत्म होने लगता है।
-मशरूम : मशरूम बनाने के तुंरत बाद खा लेना चाहिए। यह प्रोटीन का एक अच्छा स्रोत है। इसमें प्रचुर मात्रा में खनिज होते हैं। दोबारा गर्म करके खाने से इसमें मौजूद प्रोटीन टूट जाते हैं और विषाक्त पदार्थ उत्पन्न होने लगते हैं।
-पालक : पालक या कोई भी ऐसी हरी पत्तेदार सब्जियां, गाजर, शलजम या अजवाइन जिसमें नाइट्रेट की मात्रा अधिक है, उन्हें माइक्रोवेव में दोबारा गर्म करने से बचें। ये नाइट्रेट युक्त सब्जियां जब दोबारा गर्म की जाती हैं, तो नाइट्राइट और फिर नाइट्रोजमीन्स में बदल जाती है , जिससे कैंसर होने का खतरा बना रहता है।