दिल्लीः आज के ही दिन 1942 में सर स्टैफोर्ड क्रिप्स के नेतृत्व में क्रिप्स मिशन भारत आया। आइए एक नजर डालते हैं 22 मार्च को देश और दुनिया में घटित हुईं महत्वपूर्ण घटनाओं परः-
752 – स्टीफेन द्वितीय 23वें कैथोलिक पोप चुने गये।
1739– आक्रमणकारी नादिर शाह ने अपनी सेना को दिल्ली में जनसंहार की इजाजत दी।
1873– प्योर्तो रिको में दास प्रथा को खत्म किया गया।
1882– संक्रामक बीमारी ‘टीबी’ की पहचान हुई। इसका पता लगाने वाले वैज्ञानिक को बाद में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
1890– रामचंद्र चटर्जी पैराशूट से उतरने वाले पहले व्यक्ति बने।
1893– चटगांव विद्रोह का सफल नेतृत्व करने वाले महान क्रांतिकारी सूर्य सेन का जन्म।
1917– रूस की नयी सरकार को मान्यता देने वाला अमेरिका पहला देश बना।
1942– सर स्टैफोर्ड क्रिप्स के नेतृत्व में क्रिप्स मिशन भारत आया।
1946– ब्रिटेन ने जॉर्डन को आजाद करने के लिए संधि पर हस्ताक्षर किये।
1947– लार्ड लुईस माउंटबेटन भारत के आखिरी वायसराय के रूप में भारत आये।
1956– अमेरिका में रंगभेद विरोधी नेता मार्टिन लूथर किंग को नस्लवादी कानून का विरोध करने पर जेल।
1958– सोवियत संघ ने नोवाया जेमलया में परमाणु परीक्षण किया।
1964– कलकत्ता (अब कोलकाता) में पुरानी कारों की पहली ‘विंटेज कार रैली’ निकाली गयी।
1969– इंडियन पेट्रोकेमिकल्स कॉर्पोरेशन लिमिटेड का उद्घाटन।
1977– इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री के पद से इस्तीफा दिया।
1978– फ्रांस ने परमाणु परीक्षण किया।
1979– इजरायल की संसद ने मिस्र के साथ शांति संधि को मान्यता दी।
1982– नासा का अंतरिक्ष यान ‘कोलंबिया’ तीसरे मिशन पर रवाना।
1995– रूसी अंतरिक्ष यात्री वालेरी पेलियाकोव साढ़े चौदह माह के रिकाॅर्ड अंतरिक्ष प्रवास के बाद पृथ्वी के लिए रवाना।
1999– शेखर कपूर की फ़िल्म ‘एलिजाबेथ’ को सर्वश्रेष्ठ मेकअप का ऑस्कर पुरस्कार मिला।
2000– दक्षिण अमेरिका के कोरू से इनसेट 3बी का प्रक्षेपण किया गया।
2007– पाकिस्तान ने हत्फ़-7 मिसाइल का परीक्षण किया।
2010- 2010 की स्वास्थ्य देखभाल और शिक्षा सुलह अधिनियम अमेरिका के हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव में पारित।
2011- लारेन्स टेलर यौन दुराचार के लिए दोषी पाए गए और छह वर्ष के खेल पर रोक लगी।
2011- फुकुशिमा I न्यूक्लियर पावर प्लांट विकिरण के स्तर की रिपोर्ट करता है और 1600 बार सामान्य स्तर संयंत्र से 20 किमी मौजूद हैं।
2012- कनाडा के मॉन्ट्रियल में दो लाख से अधिक लोग माध्यमिक शिक्षा ट्यूशन बढ़ोतरी के विरोध में मार्च किया।
2014- ब्राजील की सरकार वायरलेस मांग को पूरा करने के लिए बहुत आवश्यक क्षमता प्रदान करके मोबाइल फोन कंपनियों को देश के टेलीविजन बैंडविड्थ स्पेक्ट्रम का हिस्सा नीलाम किया।