अमेरिका भारत के साथ लगातार रिश्ते मजबूत करता जा रहा है. अमेरिका जानता है कि चीन पर नकेल कसना है तो भारत का साथ जरूरी है. पिछले एक साल में भारत ने जिस तरह से चीन को कई मोर्चों पर पटकनी लगाई है, उससे तो साफ हो गया है कि अब साउथ एशिया में चीन की दादागिरी नहीं चलने वाली. यहा वजह है कि अमेरिका भारत के और करीब आता जा रहा है.
अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन दिनों के भारत दौरे पर हैं. आज उनके दौरे का दूसरा दिन है. आज उन्होंने राजनाथ सिंह के साथ डेलिगेशन लेवल की बातचीत की. बैठक विज्ञान भवन में हुई है जिसमें सीडीएस जनरल बिपिन रावत और तीन सेना प्रमुख भी बैठक में मौजूद थे. इस बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई. इसके बाद अब रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने संयुक्त बयान जारी किया है.
राजनाथ सिंह ने रक्षा क्षेत्र को लेकर एक ऐसा बयान दिया है जिससे चीन को टेंशन होनी तय है. राजनाथ सिंह ने कहा है कि भारत और अमेरिका ने एक दूसरे की सैन्य मदद करने पर सहमति जताई है.
संयुक्त बयान जारी करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, भारत औऱ अमेरिका पूरी ताकत से वैश्विक रणनीतिक साझेदारी के लिए प्रतिबद्ध हैं. हमने रक्षा-सहयोग पर व्यापक रूप से बातचीत की और सैन्य से सैन्य जुड़ाव का विस्तार किया. मुझे ये बताते हुए बेहद खुशी हो रही है कि हमारी व्यापक और उपयोगी बातचीत हुई.
राजनाथ सिंह ने कहा, हमने कई द्विपक्षीय और बहुपक्षीय अभ्यासों की भी समीक्षा की और हमने भारतीय सेना, यूएस इंडो-पैसिफिक कमांड, सेंटर कमांड और अफ्रीका कमांड के सहयोग में वृद्धि के लिए सहमति जताई है. राजनाथ सिंह ने बताया कि हमने LEMOA, COMCASA और BECA समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं.
इससे पहले ऑस्टिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से भी मुलाकात की थी.अजित डोभाल से मुलाकात के दौरान परस्पर हित से जुड़े मुद्दों, रणनीतिक साझेदारी और सुरक्षा एवं रक्षा के अलग-अलग पहलुओं पर सहयोग को लेकर चर्चा हुई. इस दौरान हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के आक्रामक व्यवहार सहित साझा चिंताओं पर भी चर्चा हुई. ऑस्टिन तीन दिन की भारत यात्रा पर शुक्रवार को नई दिल्ली पहुंचे. जो बाइडेन के राष्ट्रपति बनने के बाद किसी शीर्ष अमेरिकी अधिकारी का यह पहला भारत दौरा है.
अजीत डोभाल से मुलाकात को लेकर अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार डोभाल के साथ पिछली रात काफी अच्छी मुलाकात रही. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “हम दोनों देशों के बीच सहयोग की व्यापकता हमारे बीच महत्वपूर्ण रक्षा साझेदारी के महत्व को दिखाती है. हिंद-प्रशांत क्षेत्र में उभरी गंभीर चुनौती के समाधान के लिए हम साथ काम कर रहे हैं.” इसके अलावा उन्होंने एक और ट्वीट में लिखा कि आज (शनिवार) महत्वपूर्ण बैठकों का इंतजार है.
बता दें कि लॉयड ऑस्टिन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय एवं आपसी हितों पर चर्चा की. इसके बाद पीएम मोदी ने ट्वीट करके कहा कि भारत और अमेरिका अपनी रणनीतिक साझेदारी को लेकर प्रतिबद्ध हैं, जो ‘‘दुनिया की बेहतरी के लिए ताकत है.’’ पीएम मोदी और लॉयड ऑस्टिन के बीच हुई चर्चा के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा कि अमेरिकी रक्षामंत्री ने द्विपक्षीय रक्षा संबंध को मजबूत करने की वाशिंगटन की प्रतिबद्धता को दोहराया और हिंद-प्रशांत क्षेत्र और उससे परे शांति, स्थिरता और संपन्नता के लिए रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की ‘तीव्र इच्छा व्यक्त’ की.