मुंबई पुलिस कमिश्नर के पद से परमबीर सिंह को चलता कर दिया गया है. अब हेमंत नगराले नए मुंबई पुलिस कमिश्नर बनाए गए हैं. उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक मिलने के बाद सचिन वाजे पर साजिश रचने का आरोप लगा था. इसके बाद से मुंबई पुलिस सवालों के घेरे में आ गई. सवाल उद्धव सरकार पर भी खड़े हुए क्योंकि सचिन वाजे परमबीर सिंह का बहुत करीबियों में था और कहा जा रहा था कि परमबीर सिंह सरकार के इशारे पर काम करते हैं. अब ऐसे मे उद्धव सरकार को तो घिरना ही था. लिहाजा जानकारों का मानना है कि अपनी किरकिरी कम करने के लिए परमबीर सिंह को पुलिस कमिश्नर के पद से हटा दिया.
बता दें कि परमबीर सिंह को उनके पद से हटाए जाने के पीछे कई कारण माने जा रहे हैं. सचिन वाजे और परमबीर सिंह का एक दूसरे के बीच निकटवर्ती होना उनमें से एक कारण है. सचिन वाजे को परमबीर सिंह ने मुंबई क्राइम ब्रांच की महत्वपूर्ण शाखा क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट में तैनात किया था. सभी हाइप्रोफाइल केस को परमबीर सिंह को इसी यूनिट द्वारा जवाबदेही होती थी.
दरअसल, इन महत्वपूर्ण मामलों में टीआरपी घोटाला, कंगना और ऋतिक रोशन विवाद की जांच, रैपर बादशाह के मामले की जांच, कार डिजाइनर डीसी छाबरिया की जांच और अब मुकेश अंबानी के घर के बाहर मिले जिलेटिन स्टिक की जांच भी परमबीर सिंह ने सचिन वाजे को दी थी. मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक मिलने के मामले में सचिन वाजे खुद साजिशकर्ता है. सचिन वाजे अपने 16 साल के निलंबन के दौरान शिवसेना का नेता भी रह चुका है, जिसके चलते वह शिवसेना और कमिश्नर के बीच महत्वपूर्ण कड़ी भी माना जाता है.
अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद मुंबई पुलिस की कार्यशैली को लेकर लोगों ने परमबीर सिंह पर निशाना साधा था. सोशल मीडिया पर उन्हें ट्रोल किया गया था. कंगना रनौत समेत कई लोगों ने इस केस में उनकी आलोचना की थी. हालांकि इस दौरान शिवसेना और महाराष्ट्र सरकार पूरी तरह से परमबीर सिंह के साथ खड़ी रही. लेकिन अब जब शिवसेना को लग रहा है कि मामला बिगड़ने वाला है तो फिर परमबीर सिंह से दूरी बना ली है.