महाराष्ट्र में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। सरकार के प्रमुख सहयोगी दल एवं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार और मुख्यमंत्री (CM) उद्धव ठाकरे मिले हैं। दोनों नेताओं के बीच लगभग एक घंटे तक बातचीत हुई।
कयास लगाए जा रहे हैं कि मशहूर उद्योगपति मुकेश अंबनी के घर एंटीलिया के बाहर स्कार्पियो कार में विस्फोटक मिलने के मामले में मुंबई पुलिस के सहायक निरीक्षक सचिन वझे नाम आने और राज्य सरकार की ओर से उनका बचाव करने को लेकर शरद पवार नाराज हैं। वहीं राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख को हटाने की भी खबरें आईं। उधर, बीजेपी नेता नीतेश राणे ने वझे और शिवसेना की यूथ विंग युवा सेना के एक नेता के आईपीएल (IPL) बुकी से संबंध के आरोप लगाए।
उद्धव ठाकरे ने शरद पवार से मुलाकात करने के बाद अपराध शाखा के संयुक्त आयुक्त मिलिंद भारंबे को अपने आधिकारिक आवास यानी वर्षा बंगले पर बुलाया था। बताया जा रहा है कि करीब 45 मिनट तक चली मुलाकात के दौरान मिलिंद ने वझे केस से जुड़ी सभी जानकारी सीएम को दी। उद्धव ने मुंबई पुलिस के संयुक्त आयुक्त विश्वास नांगरे पाटिल को मिलने के लिए बुलाया है।
उद्धव तथा शरद पवार की मुलाकात के थोड़ी ही देर बाद वझे को सस्पेंड करने की खबर उड़ी। आपको बता दें कि वझे 16 साल तक सस्पेंड रहने के बाद जून 2020 में वझे में ही फिर से बहाल हुए थे। वझे के साथ ही राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख को भी पद से हटाने की भी खबरें आईं, लेकिन एनसीपी ( NCP( के प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्य के जल संसाधन मंत्री जयंत पाटिल ने इसे सिरे खारिज कर दिया है और कहा कि इस मामले में गृह मंत्री के इस्तीफे की कोई जरुरत नहीं है।
उधर, बीजेपी नेता नीतेश राणे ने आरोप लगाया है कि मुंबई के कुछ बुकी भी सचिन वझे के संपर्क में थे। ये बुकी आईपीएल (IPL) शुरू होने के पहले वझे से संपर्क में थे। उन्होंने कहा कि बुकी को धमकी दी जाती थी कि यदि उन्होंने पैसा नहीं दिया तो गिरफ्तार कर उनके सट्टा गिरोह का भंडाफोड़ कर दिया जाएगा। उन्होंने आरोप लगाया कि युवा सेना से जुड़े एक नेता वरुण सरदेसाई और सचिन वझे का आपस में कनेक्शन है। ये दोनों आईपीएल (IPL) में एक बुकी से फिरौती मांगने के मामले में जुड़े रहे हैं। उन्होंने एनआईए (NIA) यानी को वझे और सरदेसाई के कॉल डिटेल की जांच करनी चाहिए।