मुंबई.मुंबई में मुकेश अंबानी के घर से कुछ ही दूर मिली विस्फोटकों से भरी कार की घटना आज जिस मोड़ पर आ पहुंची है, उसकी कल्पना प्रारंभ में किसी ने नहीं की थी। इसे फिरौती से ही जोड़ा जा रहा था, लेकिन बात पहले आतंक तक आई, तो तार सीधे दिल्ली के तिहाड़ से जुड़ गए। फिर अचानक वही महकमा कटघरे में आ गया, जिसके ऊपर सुरक्षा का भार होता है। मनसुख हिरेन मामले ने ठाकरे सरकार की छवि को ऐसा धक्का पहुंचाया कि आनन-फानन में उच्च बैठकें होने लगीं। नि:संदेह ठाकरे सरकार बैकफुट पर आ गई है। इस प्रकरण में अब कयास लगाए जा रहे हैं कि महाराष्ट्र के गृहमंत्री तक की कुर्सी खतरे में है। सूत्र बताते हैं कि अनिल देशमुख की जगह किसी दूसरे चेहरे की तलाश तेज है। चर्चा मुंबई पुलिस कमिश्नर के बदले जाने की भी शुरू है।
महाविकास अघाड़ी सरकार में फिलहाल सब कुछ ठीक नहीं है। सूत्र बताते हैं कि परिस्थितियों को देखते हुए शरद पवार ने राष्ट्रवादी मंत्रियों की बैठक बुलाई। एक-एक कर सचिन वाझे, संजय राठोड़, धनंजय मुंडे, पर चर्चा की। मालूम हो कि रेणु शर्मा नाम की युवती ने धनंजय मुंडे पर बलात्कार का आरोप लगाया था, पूजा चव्हाण आत्महत्या प्रकरण में शिवसेना नेता और पूर्व वनमंत्री संजय राठोड़ को पद से इस्तीफा देना पड़ा। गृहमंत्री अनिल देशमुख के कई बयान से बाजदफा शऱद पवार संतुष्ट नहीं दिखे। इसलिए इस बैठक को पवार की समीक्षा बैठक के रूप में भी देखा जा सकता है।
इस बीच, बीजेपी के नेता और विधायक राम कदम आक्रामक हैं। उन्होंने एनकाउंटर स्पेशलिस्ट सचिन वझे के नार्को टेस्ट की मांग की है। उनका माना है कि उसके सच में ही ‘सरकार’ का राज छुपा है। बहरहाल, घटनाएं तेजी से बदल रही हैं और असंभावित परिणाम के कयास तेज हैं।
इस बीच, सचिन वझे की तबीयत बिगड़ने की जानकारी सामने आई है। सूत्रों के मुताबिक उन्हें इलाज के लिए मुंबई के जेजे अस्पताल में लाया गया है। बीती रात सचिन वझे की तबीयत खराब हुई थी, जिसके बाद एनआईए के कार्यालय में डॉक्टर को बुलाया गया था। रात में तकरीबन एक बजे के आसपास एनआईए के कार्यालय से डॉक्टर बाहर गए थे। सूत्रों के मुताबिक जेजे अस्पताल में उन्हें ग्लूकोज़ भी चढ़ाया गया था, जिसके बाद दूसरे दिन भी सचिन वझे के इलाज के लिए डॉक्टर को बुलाया गया था। अब सोमवार की दोपहर फिर से सचिन वझे की तबीयत बिगड़ने की बात सामने आई है।