10 को नंदीग्राम में घायल होने के बाद तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज पहली बार चुनाव प्रचार में उतरीं। ममता ने रविवार को व्हील चेयर पर लगभग पांच किलोमीटर लंबा रोड शो किया। इस दौरान उनके समर्थक एक नारा रहे थे कि भंग पाये खेला होबे यानी टूटे पैर से खेलेंगे।
खेला होबे शब्द का बंगाल की सियासत में इन दिनों काफी इस्तेमाल हो रहा है। 10 मार्च को नंदीग्राम में नामांकन के बाद प्रचार करते समय ममता बनर्जी घायल हो गई थीं। उनके बाएं पैर, सिर और सीने में चोट लगी थी। इसको लेकर उनके समर्थकों ने नया नारा गढ़ दिया है। वहीं ममता ने कहा कि घायल शेर ज्यादा खतरनाक होता है।
#WATCH: West Bengal CM Mamata Banerjee arrives at Gandhi Murti in Kolkata on a wheelchair. She will hold a roadshow to Hazra shortly. pic.twitter.com/v5ZD5KQtNn
— ANI (@ANI) March 14, 2021
तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और समर्थकों की भीड़ के साथ ममता ने दक्षिण कोलकाता के मेयो रोड पर गांधी मूर्ति से मार्च शुरू किया। एक घंटे चले रोड शो के बाद ममता ने हजरा में रैली की। उन्होंने कहा कि मुझे रोकने के लिए नाकाम कोशिशें की गईं। मैं टीएमसी के लिए व्हील चेयर पर ही पूरे प्रदेश में प्रचार करूंगी। मैंने अपने जीवन में कई हमलों का सामना किया है, लेकिन कभी किसी के सामने आत्मसमर्पण नहीं किया। मैं कभी अपना सिर नहीं झुकाऊंगी।
सीएम ममता ने बताया कि डॉक्टरों ने उन्हें सलाह दी थी कि मैं आज प्रचार के लिए न जाऊं, लेकिन मुझे लगा कि रैली करनी चाहिए। मेरी चोट की वजह से हम पहले ही कुछ दिन गंवा चुके हैं। उन्होंने कहा कि वह रविवार की शाम को दुर्गापुर के लिए रवाना होंगी। वहां वे सोमवार को दो रैलियां करेंगी।