10 को नंदीग्राम में घायल होने के बाद तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज पहली बार चुनाव प्रचार में उतरीं। ममता ने रविवार को व्हील चेयर पर लगभग पांच किलोमीटर लंबा रोड शो किया।  इस दौरान उनके समर्थक एक नारा रहे थे कि भंग पाये खेला होबे यानी टूटे पैर से खेलेंगे।

खेला होबे शब्द का बंगाल की सियासत में इन दिनों काफी इस्तेमाल हो रहा है। 10 मार्च को नंदीग्राम में नामांकन के बाद प्रचार करते समय ममता बनर्जी घायल हो गई थीं। उनके बाएं पैर, सिर और सीने में चोट लगी थी। इसको लेकर उनके समर्थकों ने नया नारा गढ़ दिया है। वहीं ममता ने कहा कि घायल शेर ज्यादा खतरनाक होता है।

तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और समर्थकों की भीड़ के साथ ममता ने दक्षिण कोलकाता के मेयो रोड पर गांधी मूर्ति से मार्च शुरू किया। एक घंटे चले रोड शो के बाद ममता ने हजरा में रैली की। उन्होंने कहा कि मुझे रोकने के लिए नाकाम कोशिशें की गईं। मैं टीएमसी के लिए व्हील चेयर पर ही पूरे प्रदेश में प्रचार करूंगी। मैंने अपने जीवन में कई हमलों का सामना किया है, लेकिन कभी किसी के सामने आत्मसमर्पण नहीं किया। मैं कभी अपना सिर नहीं झुकाऊंगी।

सीएम ममता ने बताया कि डॉक्टरों ने उन्हें सलाह दी थी कि मैं आज प्रचार के लिए न जाऊं, लेकिन मुझे लगा कि रैली करनी चाहिए। मेरी चोट की वजह से हम पहले ही कुछ दिन गंवा चुके हैं। उन्होंने कहा कि वह रविवार की शाम को दुर्गापुर के लिए रवाना होंगी। वहां वे सोमवार को दो रैलियां करेंगी।

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