एनकाइंटर स्पेशलिस्ट एवं मनसुख हिरेन (Mansukh Hiren ) की हत्या मामले में फंसे सचिन वझे (Sachin Vaze ) ने वॉट्सऐप पर एक बेहद इमोशनल मैसेज लिखा है। मुंबई पुलिस के जवान वझे ने लिखा, “इतिहास एक बार फिर से दोहराया जाएगा। मेरे सहयोगी अधिकारी मुझे गलत तरीके से फंसाने में जुटे हैं। हालांकि पहले की तुलना इस बार हालात अलग हैं। तब मेरे पास 17 साल की आशा, संयम, जिंदगी और नौकरी थी, लेकिन अब मेरे पास ना तो 17 साल की जिंदगी है और ना ही नौकरी और धीरज। मुझे लगता है कि दुनिया से दूर जाने का वक्त पास आ गया है।“
उन्होंने अपने मैसेज में ख्वाजा यूनुस (Khwaza Yunus) मामले में हुई खुद गिरफ्तारी का जिक्र किया है और कहा है कि इस मामले में अभी तक कोई नतीजा नहीं आया है। वझे को ख्वाजा यूनुस मामले में फंसने की वजह से उन्हें 16 साल तक पुलिस फ़ोर्स से बाहर रहना पड़ा था। पुलिस फोर्स में दोबारा वापसी के बाद वह विवादों में फंसते हुए नज़र आ रहे हैं।
उधर, विरोधी पक्ष ने वझे के पद पर बने रहने पर सवाल उठाया है तथा हिरेन की पत्नी विमला के हवाले से वझे पर हिरेन की हत्या का केस दर्ज कर गिरप्तार करने की मांग की है। विरोधी पक्ष का कहना है कि वझे को निलंबित किया जाना चाहिए क्योंकि यदि वह पद पर बने रहेंगे तो वह मनसुख की कथित मौत से जुड़े सबूतों को मिटाने की कोशिश कर सकते हैं। इस मामले को लेकर बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने ठाकरे सरकार दबाव में आने आरोप लगाया था।
वहीं राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने वझे को क्राइम ब्रांच इंचार्ज और मनसुख हिरेन की हत्या से जुड़े केस से हटा दिया था।