उत्तर-पूर्व दिल्ली से सांसद एवं दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष मनोज तिवारी ने राष्ट्रवाद के मुद्दे पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को हमला बोला है और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रवाद के नारे को महज ढकोसला करार दिया है। केजरीवाल द्वारा प्रदेश सरकार के बजट को राष्ट्रवाद का बजट करार दिए जाने के मुद्दे प्रखर प्रहरी से बातचीत करते हुए उन्होंने शुक्रवार को कहा कि केजरीवाल की इस बात को सुनकर हंसी आई। पूरे दिल्ली के लोगों को हंसी आई, जिन्होंने आप को वोट दिया, वे भी हंसे। यदि आप दिल्ली सरकार की पिछले पांच साल की नीति को देखेंगे, तो केजरील भारत तेरे टुकड़े होंगे, जितने अफजल मारोगे, उतने अफजल पैदा होगा का समर्थन करने जेएनयू यानी जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय गए और उनके समर्थन में बैठे।
उन्होंने कहा कि यदि वही केजरीवाल देशभक्ति की बात करते हैं, तो यह कैसी देशभक्ति है। जो पार्टी नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के नाम पर बसों को फूंकने का और सड़कों पर हिंसा फैलाने का समर्थन करती हो, वह कहते हैं देशभक्ति। वह पार्टी जिन लोगों ने लाल किला पर किसान आंदोलन की आड़ में तिरंगे का अपमान किया, उनका भी समर्थन किया। किसानों का भड़काने का काम किया।
दिल्ली में पांच सौ जगहों पर कनॉट प्लेस जैसे बड़े राष्ट्रध्वज लगाए के प्रदेश सरकार की घोषणा के मुद्दे पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि तिरंगा उनके भी हाथ में थे, जो सीएए के खिलाफ शाहीनबाग में धरने पर बैठे थे, मुस्तफबाद में बैठे थे, जिन्होंने पुलिसकर्मी की हत्या की। उन्होंने कहा कि यदि सिर्फ हाथ में तिरंगा थाम कर लोगों की आंखों को बंद करने की कोशिश कर रहे हो केजरीवाल जी तो आपका सच दिल्ली भी जान चुकी है तथा देश के लोग भी जान चुके हैं।
तिवारी ने देश की आजादी की 75 साल पूरा होने को लेकर दिल्ली सरकार द्वारा 75 सप्ताह तक विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करने के फैसले का स्वागत किया और कहा, “यदि केजरीवाल ऐसा करते हैं इसे हम अच्छा मानेंगे, लेकिन इसके साथ-साथ आम आदमी पार्टी को अपने गिरेबान में झांकना पड़ेगा। उत्तर-पूर्व दिल्ली से आपका एक पार्षद, जिसे आपने पार्टी से निकाल दिया, लेकिन उसका जो सबसे बड़ा साथी है अमानतुल्ला जो आपकी पार्टी का विधायक हो उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। “
उन्होंने कहा कि ‘आप’ को अपने गिरेबान में झांकना ही पड़ेगा कि उसने भारत तेरे टुकड़े होंगे को समर्थन कौन की देशभक्ति दिखाई थी, राजपथ पर धरना देकर केजरीवाल ने गणतंत्र दिवस की परेड को रोकने का काम किया था, वह कौन सी देशभक्ति है।
आपको बता दें कि दिल्ली सरकार ने गत मंगलवार को विधानसभा में वित्तीय वर्ष 2021-2022 के लिए बजट पेश किया। साथ दी देश की आजादी की 75 वीं वर्षगांठ को मनाने के लिए 75 सप्ताह तक देशभक्ति से जुड़े विभिन्न प्रका