मुंबई में उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के पास विस्फोटक बरामद होने के बाद पूरे देश में सनसनी मची थी. एक स्कॉर्पियो गाड़ी में जिलेटिन की 20 छड़ों के साथ एक धमकी भरा पत्र भी बरामद हुआ था, जिसमें अंबानी परिवार को धमकाया गया था. इस मामले की आरंभिक जांच मुंबई पुलिस ने की थी औऱ इस मामले में सामने आई गाड़ी के कथित मालिक हिरेन मनसुख से पूछताछ भी की थी. बाद में हिरेन की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई थी और मामला जांच के लिए सोमवार (8 मार्च) को नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी यानी एनआईए को सौंपा गया था.
अब इस मामले में एनआईए ने छह आपराधिक धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. एनआईए इस मामले मे एंटीलिया के मुख्य सुरक्षा अधिकारी समेत उन तमाम पुलिस अफसरों से भी पूछताछ करेगी. जिन्होंने अब तक इस मामले की जांच की है. एनआईए इस बात की भी जांच करेगी कि इस मामले के मुख्य गवाह हिरेन की मौत कहीं साजिश का हिस्सा तो नहीं थी?
बता दें कि एनआईए ने मुकदमा दर्ज करने के बाद जांच के लिए 3 विशेष टीमों का गठन किया है. आईजी स्तर के अधिकारी जांच के इंचार्ज होंगे. साथ ही एनआईए ने मुंबई पुलिस से मामले में अब तक हुई जांच की रिपोर्ट मांगी है. सूत्रों के मुताबिक, एनआईए ने इस मामले में मुंबई पुलिस से उन सभी बयानों की कॉपी के साथ जो फॉरेंसिक रिपोर्ट अब तक आई है, उन सभी की कापी मांगी है.
एनआईए इस मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारियों से भी पूछताछ करेगी. सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में मृतक कथित मुख्य गवाह के घर एनआईए टीम जाएगी, जिससे कोई अहम क्लू मिल सके. ध्यान रहे कि हिरेन की मौत के मामले में भी मुंबई पुलिस ने उनकी पत्नी के बयान के आधार पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया है. मुंबई पुलिस के एक पुलिस अधिकारी सचिन वजे को लेकर भी इस मामले में आरोप प्रत्यारोप लग रहे है. फिलहाल एनआईए की जांच जारी है.