रोजाना करें त्रिकोणासन, तनाव से मिलेगी मुक्ति

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दिल्ली.सेहतमंद रहने के लिए उचित खानपान और योग बहुत जरूरी है। योग के कई प्रकार हैं। इनमें एक त्रिकोणासन है। यह हिंदी के दो शब्दों त्रिकोण और आसन से मिलकर बना है। इसका शब्दिक अर्थ तीन कोणों वाली मुद्रा में योग करना है। इस योग को वृक्षासन से पहले करना चाहिए। जबकि त्रिकोणासन के बाद वीरभद्रासन करना चाहिए। इस योग को रोजाना कम से कम 5 -10 मिनट जरूर करें। यह एक ऐसा आसन है, जिसे करने से कमर दर्द में आराम मिलता है, पाचन तंत्र मजबूत होता है और मानसिक तनाव से भी छुटकारा मिलता है। इसके साथ ही कई अन्य लाभ भी हैं।

इस योग को करने के लिए सबसे पहले स्वच्छ और समतल भूमि पर दरी बिछा लें। अब सूर्य नमस्कार की मुद्रा में खड़े होकर सूर्य देव को नमस्कार करें। इसके बाद अपने पैरों के बीच एक गज की दूरी बना लें। अब बाएं हाथ को हवा में लहराते ऊपर ले जाएं, जबकि दाहिने हाथ से अपने दाएं पैर को छूने की कोशिश करें। ध्यान रहें कि इस योग को करने के समय आपका शरीर 90 डिग्री के कोण में स्थित रहें। इस मुद्रा में कुछ समय तक रुकें। इसके बाद पुनः पहली मुद्रा में आ जाएं। इस योगासन को दोनों दिशा में दोहराएं। जबकि रोजाना कम से कम 10 बार जरूर करें।

त्रिकोणासन के लाभ
– अगर आपको मोटापा या पेट की चर्बी निजात पाना हो तो त्रिकोणासन का अभ्यास करनी चाहिए। यह आपके पूरे शरीर में उपयुक्त खिंचाव लेकर आता है और अतरिक्त फैट को कम करने में अच्छी खासी भूमिका निभाता है।
– परिवर्तित त्रिकोणासन अभ्यास करने से पेट की चर्बी को बहुत सरलता के साथ कम किया जा सकता है।
– इस आसन का नियमित अभ्यास करने से आप त्वचा संबंधी प्रोब्लेम्स से बच जाते हैं। त्वचा पर बार-बार दाने एवं मुंहासे निकलने की समस्या दूर हो जाती है और चेहरे को चमकदार बनाता है।
– इसके रेगुलर अभ्यास से आपके हाइट बढ़ती है और आप अपना मन चाहा कद पा सकते हैं।
– इसके अभ्यास से आप अपने फेफड़े में ज़्यदा से ज़्यदा ऑक्सीजन लेते हैं और लंग्स का सही एक्सरसाइज हो जाता है।
– यह आसन आप को हल्का बनाता है और साथ ही साथ आपके ऊर्जा के मेन्टेन रखता है।
– इस योग का प्रैक्टिस करने से टाइप 1 एंड टाइप 2 डायबिटीज को रोका जा सकता है।
– इस आसन से आप कमर दर्द को बहुत हद तक ठीक कर सकते हैं।
– इस आसन से आप अपने हिप्स को स्ट्रांग बना सकते हैं तथा इसमें होने वाली परेशानियों से बच सकते हैं।
– इस आसन को अगर धीरे धीरे किया जाए या विशेषज्ञ के साथ किया जाए तो साइटिका को भी ठीक कर सकते हैं।
– इस आसन के अभ्यास से आप अपने के चर्बी को गला सकते हैं और साथ ही साथ इसको सुडौल एवं खूबसूरत बनाता है।
– कब्ज से परेशान रहने वाले आदमी को इस योग का अभ्यास करनी चाहिए। इससे आपकी पाचन तंत्र मजबूत बनता है और पाचन
– इस योगाभ्यास से आप अपने स्टैमिना को बढ़ा सकते हैं।
– यह आसन आपके पेट के ग्रथियों के सही स्राव में मदद करता है और भोजन को पचाने में अहम भूमिका निभाता है।
– इसके नियमित अभ्यास से आपके शरीर के ग्लैंड्स उचित मात्रा में हॉर्मोन का स्राव करता है जो धीरे धीरे आपको तनाव ग्रस्त जिंदगी से दूर जाता है।
-यह आपके शरीर को लचीला बनाता है और मांसपेशियों को कठोर होने से रोकता है।
-यह शरीर में संतुलन बनाने के लिए एक अच्छा एक्सरसाइज है।
-आपके आपके पूरे पैर को सुडौल एवं मजबूत बनाता है।
-यह छाती के आकार को बढ़ाने में मदद करता है।
-यह नसों को स्वस्थ रखते हुए मानसिक संतुलन बनाये रखने में मदद करता है।
-यह आपके कमर की चर्बी को कम करते हुए इसको पतली करने में सहायक है।

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