कोलकाता. शुक्रवार को चुनाव आयोग ने घोषणा की है कि 27 मार्च से 29 अप्रैल तक मतदान होगा और दो मई को नतीजों का एलान होगा। राजनीतिक दृष्टि से सबसे संवेदनशील माने जाने वाले बंगाल में आयोग ने आठ चरणों में चुनाव कराने का फैसला लिया है, जो राज्य में अब तक का सबसे लंबा चुनाव होगा। इससे पहले यहां सात चरणों में चुनाव कराए गए हैं।
तृणमूल कांग्रेस की सर्वेसर्वा ममता बनर्जी विधानसभा चुनावों में जीत के लिए एक साथ कई मोर्चे पर डटीं हैं। रणनीतिक कौशल के अलावा वे पूजा-पाठ का भी सहारा ले रही हैं। उनके आवास पर लगभग 10 घंटे के महायज्ञ का आयोजन किया गया। विशेष यह कि इस पूजा के लिए पुरी के जगन्नाथ मंदिर से पंडितों और सेवादारों को बुलाया गया था। महापात्र ने कहा, “मैं लंबे समय से मुख्यमंत्री आवास पर पूजा करा रहा हूं। यह उनके घर पर एक वार्षिक अनुष्ठान है।” उन्होंने कहा, “ममता बनर्जी ने चुनावों के दौरान बंगाल में शांति के लिए प्रार्थना की। मैंने उन्हें विजयी भव का आशीर्वाद दिया है। प्रभु उन्हें जीवन में और चुनाव में भी आशीर्वाद देंगे।”
जानकारी के अनुसार, ममता बनर्जी, उनके भतीजे और TMC के सांसद अभिषेक बनर्जी, उनके भाई, और पार्टी के कुछ शीर्ष नेताओं ने इस यज्ञ में भाग लिया। एक टीएमसी नेता ने बताया कि पंडित और सेवक गुरुवार सुबह कोलकाता पहुंचे। शुक्रवार सुबह 7 बजे शुरू हुआ यज्ञ शाम 5 बजे तक जारी रहा। यज्ञ मंदिर के जगन्नाथ स्वैन महापात्र ने कराया। महापात्र भगवान जगन्नाथ के वह ‘बड़ाग्राही’ या अंगरक्षक होते हैं जब देवता को रथयात्रा के लिए मंदिर से बाहर ले जाया जाता है।