देश में एक बार फिर कोरोना वायरस एक बार फिर तेजी से पैर पसार रहा है. कई राज्यों में इसका संक्रमण काफी रफ्तार से बढ़ रहा है. इसमें महाराष्ट्र, पंजाब, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना और जम्मू-कश्मीर मुख्य रूप से शामिल हैं. इनमें से सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में संक्रमण फैल रहा है.
महाराष्ट्र के 36 में से 28 जिलों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और पिछले दो हफ्तों से हर रोज केस में इजाफा दर्ज किया गया है. पिछले 10 दिनों से 21 जिलों में संक्रमण के मामलों में इजाफा हुआ है. महाराष्ट्र के लातूर, हिंगोली, परभणी, नादेड़ जैसे इलाकों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बड़ी संख्या में सामने आ रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक राज्य में एक्टिव केस की संख्या में बड़ी वृद्धि दर्ज की गई है, वहीं विदर्भ, अमरावती, अकोला और यवतमाल कोरोना संक्रमण के नए हॉटस्पॉट के तौर पर उभरे हैं.
रिपोर्ट्स के मुताबिक फरवरी में बढ़े कोरोना वायरस के मामलों का केंद्र विदर्भ है. इसके बाद नागपुर, पुणे, मुंबई, थाने और अमरावती का नंबर है. इन पांच जिलों में एक्टिव केस की संख्या महाराष्ट्र के कुल एक्टिव केस का 65 फीसद है. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक नागपुर में 50 लाख से ज्यादा की आबादी रहती है और यहां संक्रमण के मामले तेजी से आ रहे हैं, बजाय कि 1 करोड़ से ज्यादा (13 मिलियन) की आबादी वाले मुंबई से. पूरे राज्य की बात करें तो अमरावती में संक्रमण की दर सबसे ज्यादा 41.5 फीसद है.
मुंबई में शुक्रवार (26 फरवरी) को कोरोना वायरस के 1,034 नए केस सामने आए और वहां अब कुल मामले 3 लाख 23 हजार 877 हो गए हैं. संक्रमण के चलते मुंबई में जान गंवाने वालों की संख्या 11,461 हो गई है. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक मुंबई में लगातार तीसरे दिन 1000 से ज्यादा कोरोना वायरस संक्रमण के मामले सामने आए. बुधवार और गुरुवार को क्रमशः 1,145 और 1,167 नए मामले दर्ज किए गए. नागपुर की बात करें तो जिले में 1,074 नए केस सामने आए हैं, संक्रमण के चलते 6 लोगों की मौत हुई है. नए मामलों को मिलाकर जिले में 1,47,905 केस हो गए हैं, जबकि 4,320 लोगों की संक्रमण के चलते मौत हुई है.
बृहन्नमुंबई म्युनिसिपल कॉरपोरेशन के आंकड़ों के मुताबिक 18 फरवरी को संक्रमण के मामले बढ़ने की रफ्तार 0.17 फीसद थी, जबकि फरवरी के अंतिम सप्ताह तक ये बढ़कर 0.27 प्रतिशत हो गई है. इस दौरान संक्रमण के मामले दोगुने होने में लगने वाला समय 417 दिन के बजाय सिर्फ 256 दिन हो गया है. राज्य स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक मराठवाड़ा, औरंगाबाद में भी एक्टिव केस के मामलों में उछाल आया है. 1 फरवरी को संक्रमण के मामलों की संख्या 347 थी, जबकि शुक्रवार को यह बढ़कर 2,052 हो गई है.