अहमदाबाद. नीरव मोदी के भारत प्रत्यर्पण का रास्ता साफ हो गया है, लेकिन अभी पेंच है। वह यह कि ब्रिटेन की गृह मंत्री प्रीति पटेल के बगैर हस्ताक्षर यह संभव नहीं। बता दें कि भारत से प्रीति पटेल का गहरा जुड़ाव है। वह मूल रूप से भारत की ही हैं। प्रीती के पिता सुशील गुजरात के आनंद जिले के तारापुर के रहने वाले हैं। सुशील के चचेरे भाई किरण पटेल आज भी तारापुर में अपने परिवार के साथ रहते हैं। उनका कहना है कि प्रीति तारापुर की हैं, लेकिन वह कभी यहां नहीं आईं। मां अंजना पटेल भी गुजरात से ही हैं।
प्रीति पटेल को लंदन में भारतीय समुदाय के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थक के तौर पर जाना जाता है। प्रीति ब्रिटेन में भारतीय मूल के लोगों के सभी प्रमुख कार्यक्रमों में अतिथि होती हैं। अगर आपको याद होगा तो पूर्व ब्रिटिश पीएम डेविड कैमरन ने उन्हें प्रधानमंत्री मोदी की लंदन यात्रा का प्रभार सौंपा था। साफ है कि प्रधानमंत्री मोदी की इच्छा को इस मामले में कोई नहीं रोक सकता।
प्रीति के जन्म से पहले उनके माता-पिता युगांडा चले गए थे। 1960 में वे युगांडा से ब्रिटेन चले गए थे। प्रीति पटेल का जन्म 29 मार्च 1972 में लंदन में ही हुआ। 2004 में उनकी शादी एलेक्स सॉयर से हुई है। वह एक कंजर्वेटिव काउंसलर और बेक्सली के लंदन बरो की परिषद में यातायात और परिवहन के लिए कैबिनेट सदस्य हैं। दोनों का एक बेटा, फ्रेडी है। फ्रेडी का जन्म अगस्त 2008 में हुआ था।
प्रीति पहली बार 2005 में नॉटिंघम सीट से चुनाव लड़ीं पर उन्हें जीत नहीं मिली। फिर 2010 में उन्होंने विटहैम सीट से चुनाव जीत लिया था। 2014 में उन्हें ट्रेजरी मंत्री बनाया गया और 2015 के आम चुनावों के बाद वो रोजगार मंत्री बन गई थीं। 2016 जून में उन्हें अंतरराष्ट्रीय विकास मंत्री बनाया गया था, लेकिन एक साल बाद इस्तीफा देना पड़ा। दो साल बाद जबर्दस्त वापसी करते हुए ब्रिटेन की गृह मंत्री बन गई हैं।